बद्दी में नकली दवा बनाने वाली कंपनी का एक और निकला गोदाम, नकली दवाओं का जखीरा पकड़ा

punjabkesari.in Wednesday, Nov 30, 2022 - 10:43 PM (IST)

मुख्य आरोपी की निशानदेही पर हुआ बड़ा खुलासा 
सोलन/बद्दी (पाल/ठाकुर):
एशिया के सबसे बड़े फार्मा हब में हाल ही में सामने आए नकली दवा के मामले में एक और नया खुलासा हुआ है। नकली दवा बनाने वाली कंपनी का बद्दी में एक और गोदाम मिला है। ड्रग व पुलिस विभाग की टीम ने इस गोदाम में रेड कर बड़ी मात्रा में नकली दवाओं का जखीरा पकड़ा है। नकली दवा के मामले के मुख्य आरोपी की निशानदेही पर यह बड़ा खुलासा हुआ है। ड्रग व पुलिस विभाग की पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि बद्दी में उनका एक और गोदाम है जहां पर नकली दवाओं को रखा गया है। इस पर ड्रग व पुलिस विभाग की टीम ने बद्दी बाइपास रोड पर स्थित स्पेश 9 काम्पलैक्स की शॉप नम्बर 22 (1) में रेड की। इस छापेमारी में अनपैक्ड लूज टैबलेट टेलमिसार्टन 13.14 किलो बरामद हुई। इस दवा का इस्तेमाल बीपी के लिए होता है। इसके अलावा 17.9 किलो कैल्शियम कार्बोनेट की भी बरामदगी हुई। बीपी में इस्तेमाल होने वाली एमलोडिपाइन व टेलमिसार्टन की बिलयर्ड टैबलेट के अलावा टेलमिसार्टन का 5.86 किलो मिश्रित पाऊडर भी मिला। 

कंप्रैशन मशीन के डाई व पंच के सैट बरामद
छापेमारी में मौके से एक कंप्रैशन मशीन भी बरामद हुई। इस मशीन का इस्तेमाल पाऊडर को कंप्रैश कर दवा का सही साइज व वैट के लिए किया जाता है। वहां पर डाई व पंच के भी 5 सैट थे। इससे तो ऐसा लग रहा है कि नकली दवा का उत्पादन कंपनी में ही नहीं बल्कि गोदामों का इस्तेमाल भी दवाएं बनाने के लिए किया जा रहा था। बता दें कि ड्रग विभाग ने इस मामले में 22 नवम्बर को बद्दी में एक गोदाम से करीब एक करोड़ रुपए की नकली दवाएं बरामद की थीं। विभाग ने इन दवाओं के 4 सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं। ड्रग विभाग ने सभी दवाओं व कच्चे माल को जब्त कर व गोदाम को सील कर दिया है जिसकी कस्टडी के आदेश कोर्ट से लिए जाएंगे।  

किराए पर ली थी दुकान
ड्रग विभाग व पुलिस की टीम की ने इस शॉप के मालिक की मौजूदगी यह रेड की और नकली दवाओं की बरामदगी की। टीम ने उनका बयान भी दर्ज किया। उन्होंने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसने मैसर्ज ट्रीजल फॉर्मूलाशन के पार्टनर विशाल चौरसिया के माध्यम से यह दुकान किराए पर दी थी। यह जानकारी राज्य ड्रग्स कंट्रोलर कार्यालय बद्दी के नवनीत मरवाहा ने दी। उन्होंने कहा कि इस मामले की तह तक पहुंचेंगे। ऐसा कार्य करने वालों को नहीं बख्शेंगे। विदित रहे कि ड्रग विभाग ने 22 नवम्बर को एक क्रेटा गाड़ी से नकली दवाएं बरामद कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद बद्दी में नकली दवाओं के निर्माण का खुलासा हुआ था। आरोपी की निशानदेही पर बद्दी में इस कंपनी के गोदाम से बड़ी मात्रा में नकली दवाएं बरामद हुई थीं। इस मामले में अभी तक 4 आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। 

15 किलोवाट के लोड का था बिजली कनैक्शन 
बद्दी में नकली दवा बनाने के आरोप में पकड़े गए आरोपी बहुत शातिर थे। जिस कंपनी में नकली दवाओं को निर्माण किया जा रहा था वहां पर बिजली का कमर्शियल मीटर नहीं लगा था। बिजली बोर्ड की घरेलू एवं अन्य उपभोक्ता की नीति के तहत बिजली के कनैक्शन के लिए आवेदन किया हुआ था। इसमें 20 किलो वाट के बिजली लोड के लिए किसी एनओसी की आवश्यकता नहीं होती। उन्होंने कंपनी में 15 किलोवाट के लोड का बिजली कनैक्शन लगाया था। इसके लिए उन्होंने बिजली बोर्ड में रैंट एग्रीमैंट जमा किया था। जून, 2022 में उन्हें बिजली का कनैक्शन मिल गया। इस रैंट एग्रीमैंट पर भी सवाल खड़े हो गए हैं क्योंकि जिस प्लाट पर यह कंपनी है, पहले वहां पर दूसरी कंपनी होती थी, जो शुरू ही नहीं हुई। अभी प्लाट के ट्रांसफर का मामला चला हुआ है। अब ऐसे रैंट एग्रीमैंट कैसे बना होगा इस पर प्रश्न खड़े हो गए हैं।

20 किलोवाट से कम लोड के लिए नहीं होती एनओसी की जरूरत
बिजली बोर्ड के सहायक अभियंता विदुर गुप्ता ने बताया कि 20 किलोवाट से कम लोड के लिए एनओसी की आवश्यकता नहीं होती। इस कंपनी में 15 किलोवाट का कनैक्शन लगा था जिसे काट दिया है। रैंट एग्रीमैंट के आधार पर ही कनैक्शन दिया गया था। 

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Content Writer

Vijay

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