खतरे की घंटी: पांवटा साहिब में यमुना का रौद्र रूप, नदियाँ और नाले उफान पर, टोंस नदी का भी बढ़ा जलस्तर

punjabkesari.in Wednesday, Aug 06, 2025 - 10:18 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियाँ और नाले उफान पर हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसी कड़ी में, जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में यमुना नदी ने भयंकर रूप धारण कर लिया है। भारी बारिश के चलते नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि पानी पांवटा साहिब में यमुना किनारे स्थित श्री राधा कृष्ण यमुना मंदिर के घाट की निचली सीढ़ियों तक पहुँच गया है।

यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से न केवल हिमाचल बल्कि हरियाणा और दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, क्योंकि यमुना नदी इसी स्थान से हरियाणा में प्रवेश करती है। यह स्थिति हर साल दिल्ली में बाढ़ की आशंका पैदा करती है।

जलस्तर में वृद्धि का मुख्य कारण लगातार हो रही बारिश के अलावा कुछ और भी हैं। जिला सिरमौर के रेणुका में गिरि जटोन बैराज के गेट खोल दिए गए हैं, जिससे गिरी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। गिरी, यमुना की एक प्रमुख सहायक नदी है। इसके अतिरिक्त, उत्तराखंड में स्थित आसन बैराज से भी पानी छोड़ा गया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।

गिरी नदी के साथ-साथ टोंस नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है, जो हिमाचल और उत्तराखंड की सीमा पर किल्लोड के पास यमुना में मिलती है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के किनारों से दूर रहें। पांवटा साहिब के एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और किसी भी आपातकालीन स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सिरमौर के निशुल्क नंबर 1077 या 112 पर संपर्क करने का आग्रह किया है। इसके अलावा, यमुनाघाट पर एक स्थानीय गोताखोर टीम भी तैनात की गई है।


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Content Editor

Jyoti M

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