गर्व का पल: Hamirpur जिला की 2 बेटियों ने भरी सफलता की उड़ान, सेना में बनीं लैफ्टिनैंट

punjabkesari.in Thursday, Aug 29, 2024 - 07:11 PM (IST)

हमीरपुर/नादौन: हमीरपुर जिला की 2 बेटियों ने भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट बनकर न केवल अपने गांव व जिला बल्कि पूर प्रदेश का नाम रोशन किया है। बेटियों की सफलता से जहां परिजन अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं तो वहीं दोनों के क्षेत्रों में भी खुशी की लहर दौड़ गई है। जानकारी के अनुसार टौणीदेवी तहसील के ऊहल गांव की रहने वाली शिप्रा ठाकुर का चयन भारतीय सेना में बतौर लैफ्टिनैंट के पद पर हुआ है। शिप्रा ठाकुर सिक्किम में अपनी सेवाएं देंगी। शिप्रा ठाकुर के पिता रामनाथ ठाकुर सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं जबकि माता निशि किरण ठाकुर गृहिणी हैं।

शिप्रा ठाकुर ने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद टांडा मेडिकल कॉलेज से जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) कोर्स किया। इसके बाद उसने लॉर्ड महावीर कॉलेज ऑफ नर्सिंग से पोस्ट बेसिक कंप्लीट की और एमएससी नर्सिंग बेंगलुरु से पूरी की। शिप्रा ठाकुर को शुरू से ही सेना में जाने का शौक था, जिसके लिए उसने निरंतर प्रयास किया और अपनी कड़ी मेहनत के बलबूते ये मुकाम हासिल किया। शिप्रा ठाकुर को मिलिट्री अस्पताल गंगटोक से ऑफर लैटर भी मिल चुका है और उसे 16 सितम्बर तक ज्वाइन करने को कहा गया है। शिप्रा ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता के साथ-साथ गुरुजनों को भी दिया है।

तरेटी की आकांक्षा बनी लैफ्टिनैंट
उधर, नादौन के तरेटी गांव की बेटी आकांक्षा शर्मा का चयन भारतीय सैन्य सेवा विशाखापट्टनम में लैफ्टिनैंट के पद पर हुआ है। आकांक्षा की सफलता पर पिता सुरेश कुमार व माता मंजू को बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है। आकांक्षा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजकीय वरिष्ठ स्कूल जलाड़ी से की। आकांक्षा हमेशा से ही राष्ट्र सेवा का सपना देखती थी और उन्होंने इस लक्ष्य को पाने के लिए दिन-रात मेहनत की। आकांक्षा का चयन उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो भारतीय सेना में सेवा करने का सपना देखते हैं। आकांक्षा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। 
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Content Writer

Vijay

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