सुबाथू में 136 जवानों ने खाई मातृभूमि की रक्षा की सौगंध

punjabkesari.in Saturday, Oct 31, 2020 - 07:55 PM (IST)

सुबाथू (निखिल): सुबाथू छावनी स्थित 14 गोरखा प्रशिक्षण केंद्र के सलारिया स्टेडियम में शनिवार को कसम परेड समारोह का आयोजन किया गया। सेना केंद्र के धर्मगुरु ने सेना में शामिल हुए कोर्स-143 के 136 जवानों को पवित्र ग्रंथ गीता पर हाथ रखकर देश की सुरक्षा की कसम दिलवाई। जब सैन्य जवान राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को लेकर स्टेडियम के मुख्य द्वार पर पहुंचे तब देश भक्ति की धुन में रमा पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा एवं सभी ने अपने स्थान पर खड़े होकर तिरंगे को सलामी दी। जवानों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों में वीरता की झलक देखने को मिली। इसके पश्चात जवानों द्वारा स्टेशन कमांडिंग ऑफिसर ब्रिगेडियर हरप्रीत सिंह संधू को मार्चपास्ट की सलामी दी।
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सर्वश्रेष्ठ जवान बना आशीष लामा, चांदी की खुखरी व मैडल मिला

परंपरा अनुसार कोर्स के सर्वश्रेष्ठ जवान आशीष लामा को ब्रिगेडियर हरप्रीत सिंह संधू ने गोरखा रैजीमैंट के प्रसिद्ध हथियार चांदी की खुखरी व मैडल देकर सम्मानित किया। ब्रिगेडियर संधू ने सभी जवानों को बधाई देते हुए कहा कि जब वह राष्ट्र सेवा के दौरान अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे तब ट्रेङ्क्षनग के दौरान 42 हफ्तों का कठिन प्रशिक्षण उन्हें शारीरिक एवं मानसिक रूप से हर प्रकार की चुनौती से लडऩे के लिए मददगार सिद्ध होगा।

205 साल पहले सुबाथू में हुआ था गठन

24 अप्रैल, 1815 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने सुबाथू में रैजीमैंट की स्थापना की जिसका नाम फस्र्ट नुसरी बटालियन रखा गया। इसी बटालियन से गोरखा रैजीमैंट के गठन की नींव रखी गई। जंग के दौरान जब वीर सैनिकों द्वारा जय मां काली आयो गोरखाली का नारा गुंजायमान होता है तब दुश्मन भारतीय सेना की संख्या का अंदाजा लगाने में चूक कर जाता है तथा थर थर कांपने लगता है।


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Vijay

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