मिनी स्विट्जरलैंड में होगी प्रतियोगिता, 15 राज्यों के 100 मानव परिंदे भरेंगे उड़ान

punjabkesari.in Tuesday, Nov 23, 2021 - 10:07 PM (IST)

चम्बा (ब्यूरो): मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से प्रख्यात खज्जियार को अब नई पहचान मिलने वाली है। 26 से 28 नवम्बर तक खज्जियार में हिमालयन मोनाल नैशनल एरोफैस्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश के 15 राज्यों के 100 से अधिक पैराग्लाइडर भाग ले रहे हैं। यह अपने आप में पहली ऐसी प्रतियोगिता होगी, जिसमें किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए हैलीकॉप्टर की व्यवस्था भी रहेगी। चम्बा सदर विधायक पवन नैय्यर ने मंगलवार को खज्जियार पहुंचकर इस राष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक चम्बा को जयराम सरकार ने पर्यटन के मानचित्र पर नई पहचान देने के लिए चलो चम्बा अभियान को चलाए हुए हैं और इस अभियान के तहत अब तक जिला चम्बा में 3 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा चुका है।

पूरे देश में एक नए आयाम को छुएगा खज्जियार

खज्जियार में 26 से 28 नवम्बर तक होने वाली इस पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता के माध्यम से पूरे देश में खज्जियार एक नए आयाम को छुएगा। सदर विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिला चम्बा के विकास को लेकर विशेष तौर पर प्रयासरत हैं और समय-समय पर उनके मार्गदर्शन से इस प्रकार की राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन जिला चम्बा में किया जा रहा है। उन्होंने तैयारियों पर संतोष जताते हुए डीसी दुनी चंद राणा, एसडीएम चम्बा नवीन तंवर, जिला पर्यटन अधिकारी विजय कुमार व लोक निर्माण विभाग मंडल चम्बा के अधिशासी अभियंता जीत सिंह के कार्यों की सराहना की।

पैराग्लाइडिंग के लिए 2 स्थान चिन्हित

पवन नैयर ने कहा कि यूं तो खज्जियार में पिछले कई वर्षों से पैराग्लाइडिंग हो रही थी, लेकिन स्थानीय लोगों को युवाओं को चोरी-छिपे यह काम करना पड़ता था। यही नहीं कई बार उन्हें पुलिस व वन्य प्राणी विभाग की कार्यवाही का भी सामना करना पड़ता था। जयराम सरकार ने सबसे पहले खज्जियार के 2 स्थानों को पैराग्लाइडिंग के लिए न सिर्फ चिन्हित किया बल्कि उन्हें स्वीकृति भी प्रदान की, साथ ही पर्यटन विभाग ने 165 आऊटडोर फोटोग्राफरों और 65 पैराग्लाइडरों को पंजीकृत किया।

झील से गाद निकालने का कार्य जारी

विधायक पवन नैय्यर ने कहा कि अब यहां के लोगों को पैराग्लाइडिंग को अंजाम देने के लिए किसी से डरने की जरूरत नहीं है। खज्जियार का मुख्य आकर्षण यहां की झील है और इस प्राकृतिक झील के स्वरूप को बचाए रखने के लिए लाखों रुपए खर्च करके इस झील की गाद को साफ करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चलो चम्बा अभियान के तहत आयोजित होने वाली इस 3 दिवसीय राष्ट्रीय प्रतियोगिता के दौरान प्रदेश के जनजाति क्षेत्रों की लोक संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी। लाहौल-स्पीति, किन्नौर व जनजातीय क्षेत्र भरमौर व पांगी के लोक कलाकार अपनी लोक संस्कृति को पेश करेंगे।

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Content Writer

Vijay

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