नौकरी के लिए सड़कों की खाक छान रहे प्रशिक्षित लाइब्रेरियन

punjabkesari.in Sunday, Apr 16, 2017 - 01:11 AM (IST)

हमीरपुर: बेरोजगार प्रशिक्षितों ने ऐलान किया कि वे उसी का साथ देंगे, जो उनकी फरियाद सुनेगा। प्रदेश में करीब 15 हजार बेरोजगार प्रशिक्षित लाइब्रेरियन सड़कों की खाक छान रहे हैं। उनमें से अधिकतर 45 साल की उम्र भी पूरी कर चुके हैं मगर पिछले 9 वर्षों में लाइब्रेरियनों की भर्ती किसी भी स्तर पर नहीं की गई। बेरोजगार लाइब्रेरियन में रोष है कि अन्य सभी श्रेणियों के पद भरे जा रहे हैं मगर उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। राज्य बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ के प्रदेश प्रधान सुरजीत धीमान ने बताया कि वर्तमान में केंद्रीय, प्रदेश व जिला लाइब्रेरियनों सहित सीनियर सैकेंडरी स्कूलों व कालेजों में सहायक लाइब्रेरियन के 550 पद भरे हुए हैं जबकि  1500 से अधिकसीनियर सैकेंडरी स्कूलों में इन पदों को नहीं भरा गया है।

वर्ष 2008 के बाद नहीं हुई भर्ती 
उन्होंने कहा कि बेरोजगारों ने बाहरी विश्वविद्यालयों से लाइब्रेरी साइंस में डिप्लोमा व स्नातक डिग्री ले रखी है मगर वर्तमान में हालत बेहद खराब होने लगे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2008 में लाइब्रेरियन के पदों को भरा गया था मगर उसके बाद किसी भी स्तर पर इस वर्ग के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई जबकि स्कूलों में सहायक लाइब्रेरियन की सख्त जरूरत है तथा इस वर्ग के पद भरे न होने से कई स्कूलों में लाइब्रेरियां भी नाम की रह गई हैं। 

मुख्यमंत्री से लगा चुके हैं फरियाद
उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में मुख्यमंत्री से लेकर अन्य नेताओं से 20-30 बार मिलकर अपनी फरियाद लगा चुके हैं मगर इसका परिणाम सकारात्मक नहीं निकला है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि स्कूलों में जल्द सहायक लाइब्रेरियन के पदों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए।


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