यहां स्वच्छता अभियान को इस तरह दिखाया जा रहा ठेंगा

punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2017 - 12:30 AM (IST)

जोगिंद्रनगर: वार्ड नम्बर-2 में पिछले 5 वर्षों से झुग्गियों में रह रहे कई प्रवासी परिवारों के समक्ष नगर परिषद ने घुटने टेके हुए हैं। इन प्रवासी परिवारों का सालों से खुले में शौच का सिलसिला जारी है लेकिन नगर परिषद इस बुराई पर काबू पाने में कामयाब नहीं हो पाई है। बड़ी संख्या में झुग्गियों में रह रहे ये परिवार मोदी सरकार के स्वच्छता अभियान को सरेआम चुनौती दे रहे हैं। इन परिवारों के पास शौचालयों की व्यवस्था नहीं है तथा सुबह ही महिलाएं, पुरुष व बच्चे लौटा हाथ में उठा कर खुले में शौच को निकल पड़ते हैं। रेलवे की खाली पड़ी कई बीघा भूमि इन परिवारों के लिए खुले में शौच करने का सबसे बढिय़ा स्थान है तथा गुगली खड्ड भी इन लोगों के निशाने पर है। 

निजी भूमि ले रखी है किराए पर
राजस्थान के प्रवासी पिछले कई दशकों से यहां मजदूरी का काम कर रहे हैं। इन्होंने यह जगह मासिक किराए पर ले रखी है तथा झुग्गियों में यहां रहते हैं। भू-मालिक ने इन लोगों के लिए शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं की है न ही यह परिवार स्वयं इस बारे जागरूक हैं। कुछ वर्ष पहले यह परिवार रेलवे की भूमि पर झुग्गियों में रहते थे लेकिन वहां से विस्थापन पर इन्होंने अब इस स्थान को अपना बसेरा बना रखा है। जिस वार्ड में रह कर ये प्रवासी वर्षों से नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं वहां से नगर परिषद की उपाध्यक्ष पार्षद हैं। यह भाजपा से संबंध रखती हैं।

मुख्यमंत्री के आदेशों की भी नहीं परवाह
गत शीतकालीन सत्र के दौरान प्रदेश में कई घरों में शौचालय न होने का मामला विधानसभा में भी उठा था तथा सी.एम. ने 12 जिलों के सभी जिलाधीशों को ऐसे परिवारों का पता कर लगा कर एक माह में शौचालय निर्माण के आदेश जारी किए थे लेकिन जोगिंद्रनगर में इन आदेशों की पालना नहीं हो पाई है।  

मोदी सरकार ने शौचालय निर्माण हेतु जारी की है राशि
मोदी सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालयों से वंचित गरीब तथा असहाय परिवारों को शौचालय निर्माण हेतु एक वर्ष पहले 1 लाख 25 हजार रुपए की राशि भी जारी की है लेकिन इस राशि को परिषद जरूरतमंदों तक पहुंचाने में कामयाब नहीं हो पाई है। परिषद की हद में कई परिवार खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। वार्ड-5 की जोगिंद्री देवी, -2 के धर्मवीर, वार्ड नंबर-6 के टेक चंद व वार्ड नम्बर- 7 के ठाकुर सिंह, राम सिंह व संजी देवी ने भी परिषद के पास अरसे पहले शौचालय हेतु उपदान के लिए आवेदन कर रखे हैं लेकिन वे भी अभी तक खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।

क्या कहते हैं नगर परिषद के अधिकारी
नगर परिषद जोगिंद्रनगर की अध्यक्ष निर्मला देवी ने बताया कि 
नगर परिषद कई बार परिवारों को शौचालय निर्माण हेतु नोटिस जारी कर चुकी है लेकिन कोई कदम उनके द्वारा नहीं उठाया गया है। परिषद इस मामले पर फिर से संज्ञान लेगी। वहीं नगर परिषद के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि वह इस बारे जानकारी लेकर परिषद को जरूरी कदम उठाने के आदेश जारी करेंगे। स्वच्छ भारत अभियान का सपना तभी पूरा होगा जब खुले में शौच की प्रवृत्ति पर पूरी तरह अंकुश लगेगा।


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