चिंतपूर्णी में करोड़ों रुपए के चढ़ावे के बावजूद विकास कार्यों को लगा ग्रहण

punjabkesari.in Wednesday, Jun 21, 2017 - 02:19 PM (IST)

चिंतपूर्णी: धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में करोड़ों रुपए के चढ़ावे के बावजूद यहां विकास कार्यों को ग्रहण लगा हुआ है। बस अड्डे से मंदिर व अस्पताल को जाने वाले रास्ते क्षतिग्रस्त हैं, वहीं मुख्य बाजार के पंखों व टी.वी. सैटों पर जाले लगे हुए हैं। मुख्य बाजार की छत पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। यह बात पूर्व प्रधान एवं ट्रस्टी केवल कृष्ण व नरेन्द्र कालिया ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय ने प्रॉस्पैक्टिव प्लान में स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाया गया पैसा श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर खर्च किया जा सकता है लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए करोड़ रुपए मंदिर क्षेत्र से बाहर खर्च किए जा रहे हैं। इस बारे में केवल कालिया ने कहा कि वह शीघ्र ही आर.टी.आई. के माध्यम से लिए गए सबूतों को उच्च न्यायालय में रखेंगे। करोड़ों रुपए भरवाईं-समनोली बाईपास पर खर्च करने के बाद भी बाईपास जर्जर हालत में है। 


कछुआ गति से चल रहा सीवरेज का कार्य
ग्राम पंचायत छपरोह के प्रधान नरेन्द्र कालिया ने कहा कि चिंतपूर्णी में सीवरेज का कार्य कछुआ गति से चल रहा है व गांव व बाजार के रास्ते क्षतिग्रस्त हैं। गंगोट के प्रधान राकेश समनोल ने कहा कि भरवाईं-समनोली बाईपास क्षतिग्रस्त है। समनोली के उपप्रधान अरुण शर्मा का कहना है कि जिस प्रकार की व्यवस्था वर्तमान समय में चिंतपूर्णी में चल रही है, उससे श्रद्धालु व स्थानीय निवासी भी आश्चर्य में हैं। स्वतंत्र किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष ठाकुर होशियार सिंह ने कहा कि यहांबाजार में भीड़ होने के कारण मरीजों का अस्पताल में पहुंचना कठिन हो गया है। इस पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता है। व्यापार मंडल सदस्य केसर चन्द गर्ग व उमेश शर्मा ने कहा कि यहां बेलगाम हुई व्यवस्था पर उचित कार्रवाई की जाए। 
 


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