निरीक्षण के दौरान हुआ खुलासा, फ्लोर मिल से गायब हुई 6700 क्विंटल सरकारी गेहूं (Video)

punjabkesari.in Saturday, Feb 17, 2018 - 05:51 PM (IST)

ऊना: सरकारी गेहूं की कथित कालाबाजारी के आरोप में टाहलीवाल स्थित एक फ्लोर मिल के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत एफ.आई.आर. दर्ज करते हुए विभाग ने लाइसैंस रद्द कर दिया है। इस बड़े मामले के प्रकाश में आने के बाद जिला नियंत्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता विभाग ने जांच शुरू कर दी है। उधर, पुलिस ने भी केस दर्ज करने के साथ ही फ्लोर मिल के खिलाफ आपराधिक धाराओं के तहत कार्रवाई आरंभ की है। मामले का खुलासा तब हुआ, जब बार-बार मांग के बावजूद संबंधित फ्लोर मिल द्वारा थोक गोदामों को आटा उपलब्ध नहीं करवाया गया। इसके बाद खाद्य आपूर्ति विभाग ने टाहलीवाल स्थित कौशल फ्लोर मिल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लगभग 6700 क्विवटल गेहूं गायब पाई गई। न तो गेहूं मिली और न ही इसका आटा मिल में मौजूद था। इस संबंध में विभाग के इंस्पैक्टर सुरेन्द्र सिंह ने पुलिस थाना हरोली में शिकायत भी दर्ज करवाई। 

गंदम उपलब्ध थी और न ही किसी श्रेणी का आटा
पुलिस थाना में दी गई शिकायत के अनुसार टाहलीवाल की इस फ्लोर मिल के पास सरकार की 7499.65 क्विंटल गेहूं बकाया थी, जिसकी वैद्यता 31 दिसम्बर, 2018 तक है। 31 जनवरी, 2018 तक इस फ्लोर मिल के पास सरकार की 7499.65 क्विंटल गेहूं बकाया थी, जिसमें से 9 फरवरी, 2018 तक मात्र 434 क्विंटल आटा ही उपलब्ध करवाया गया था। बाकी 7065.65 क्विंटल गेहूं का आटा दिया जाना शेष था।  9 फरवरी, 2018 को फ्लोर मिल के पास उपलब्ध गंदम के स्टॉक के सत्यापन व निरीक्षण के उद्देश्य से मिल का दौरा किया गया। निरीक्षण के दौरान मिल के मालिक भी मौजूद थे लेकिन मिल के पास न तो गंदम उपलब्ध थी और न ही किसी श्रेणी का आटा बनकर तैयार था।

फ्लोर मिल ने नहीं बेचा गेहूं : एम.डी. राकेश कौशला
वहीं फ्लोर मिल के एम.डी. राकेश कौशल का कहना है कि विभाग के निर्देशानुसार जनवरी और फरवरी में भी आटे की सप्लाई की गई है। भविष्य में भी की जाएगी। उनका रिकार्ड दुरुस्त है तथा नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया है। किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती गई है और न ही गेहूं को बेचा गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक लाइसैंस रद्द होने या केस दर्ज होने संबंधी कोई जानकारी नहीं है। मिल नियमों का पूरी तरह से पालन कर रही है। 

क्या कहते हैं खाद्य आपूर्ति मंत्री
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर ने कहा है कि सरकार का वायदा निष्पक्ष, नि:स्वार्थ व भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था देने का है। ऐसे किसी भी मामले को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि टाहलीवाल का यह बड़ा स्कैंडल है। विभाग निष्पक्षता से जांच कर कार्रवाई करेगा। किसी निर्दोष को छेड़ेंगे नहीं और दोषी को छोड़ेंगे नहीं। विभाग जांच करेगा कि सरकारी गेहूं कहां गायब हुई है। 


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