युग मामला : नगर निगम पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार

Wednesday, Aug 24, 2016 - 11:49 PM (IST)

शिमला: 4 वर्षीय युग मामले में नगर निगम शिमला पर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। बुधवार को सदन में शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा कि सरकार नगर निगम शिमला को बर्खास्त करने पर विचार करेगी। यह जानकारी उन्होंने विधानसभा में भाजपा विधायक सुरेश भारद्वाज तथा कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह द्वारा नियम-62 के तहत लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए दी। इससे पहले उक्त दोनों विधायकों ने भंडारण टैंकों की सफाई पर सवाल उठाते हुए नगर निगम को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की।
 
 उत्तर में हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हत्या के दोषियों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। सरकार दोषियों को सख्त सजा दिलाएगी। इससे पहले जवाब देते हुए शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा कि विधायकों द्वारा नगर निगम को बर्खास्त करने की मांग की गई है क्योंकि मामला गंभीर है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में पानी के भंडारण टैंकों की सुरक्षा को लेकर शहरी विकास विभाग ने सभी टैंकों की फैंसिंग करवाने के आदेश जारी किए हैं। 
 
सुधीर शर्मा ने कहा कि नगर निगम के अधीन आने वाले भंडारण टैंकों की सफाई कब-कब हुई या फिर कागजों में हुई है, इसकी पूरी तरह से जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि युग की मौत का मामला अत्यंत गंभीर है और यह जघन्य अपराध है। युग के अवशेष टैंक के बाहर पाए गए। अंदर मिट्टी में से भी सफेद चीज मिली है जिसे फोरैंसिक जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने इस मामले में दोषी नगर निगम के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की बात कही।  
 
फास्ट ट्रैक कोर्ट को भेजें मामला
इससे पहले ध्यानाकर्षण प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए विधायक सुरेश भारद्वाज ने कहा कि युग मामले को सरकार हाईकोर्ट या फास्ट टै्रक कोर्ट को भेजे ताकि जल्द दोषियों को सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि 14 जून, 2014 को युग का अपहरण हुआ था। इसके बाद इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। बच्चे के पिता ने हाईकोर्ट में इस मामले को लगाया। 2 साल, 4 महीने और 28 दिन के बाद युग का कंकाल मिला। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि टैंक की सफाई की गई तो कर्मचारियों को शव क्यों नहीं मिला। उन्होंने नगर निगम पर आरोप लगाया कि वह जनता को सीवरेज व लाश वाला पानी पिला रहा है। भारद्वाज ने इस मामले की जांच जल्द पूरी करके चार्जशीट दायर करने की मांग की। वहीं मुख्यमंत्री ने इस पर कहा कि मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा।
 
अवशेष टैंक के अंदर मिले या बाहर : अनिरुद्ध  
कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह ने नियम-62 के तहत मामला उठाते हुए कहा कि सरकार इस बात का जवाब दे कि कंकाल के अवशेष टैंक के अंदर मिले या बाहर। उन्होंने कहा कि यदि टैंक के अंदर कंकाल मिला है तो इस मामले में नगर निगम के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। अनिरुद्ध ने कहा कि यदि जिला प्रशासन एफआईआर. दर्ज नहीं करवाता है तो वह खुद एफआईआर दर्ज करवाएंगे।