हरकत में आया साइबर थाना, राज्यपाल का फर्जी इंस्टाग्राम अकाऊंट करवाया डीएक्टीवेट

Monday, Jan 30, 2023 - 04:44 PM (IST)

शिमला (रमेश सिंगटा): हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के नाम पर बने फर्जी इंस्टाग्राम अकाऊंट को डीएक्टीवेट करवाया गया है। इस मामले में सी.आई.डी. का साइबर थाना तत्काल हरकत में आया। बीती रात को ही फेसबुक अथॉरिटी के साथ पत्राचार किया। अब फर्जी अकाऊंट बनाने वाले की पहचान होगी। फर्जी सोशल मीडिया अकाऊंट बनाए जाने के मामले में सी.आई.डी. के साइबर थाने की जांच आरंभ हो गई है। ताजा मामला सामने आने के बाद साइबर पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें साइबर ठगों से सावधान रहने की सलाह दी गई है। वी.आई.पी. को सचेत रहने का आग्रह किया गया है। फर्जी अकाऊंट बनाए जाने की सूचना राज्यपाल ने सोशल मीडिया पर सांझा की थी। अर्लेकर अभी गोवा में हैं। इन फर्जी अकाऊंट्स पर ठग पैसों की मांग कर रहे हैं। अब इन्हें साइबर पुलिस ने ब्लॉक करवा दिया। राज्यपाल ने खुद फेसबुक पर लोगों से अपील की है कि वे इन फर्जी खातों को नजरअंदाज करें और साइबर ठगों के झांसे में न आएं।

पूर्व सी.एम. जयराम ठाकुर के नाम पर कइयों को भेजी गई थी ई-मेल
इससे पहले पूर्व सी.एम. जयराम ठाकुर के नाम से नाइजीरिया से हिमाचल में कई लोगों को ई-मेल भेजी गई थी। ऐसी ही ई-मेल कुछ विधायकों को भेजी गई थी। इस मामले के सामने आने के बाद हिमाचल पुलिस के साइबर सैल ने आई.पी.सी. और आई.टी. एक्ट के तहत मामला दर्ज कि या था। जांच में पाया गया था कि जयराम ठाकुर के नाम से नाइजीरिया से कोई व्यक्ति हिमाचल में कई लोगों को ई-मेल भेज रहा था। व्हाट्सएप में प्रोफाइल फोटो लगाकर रुपयों की मांग कर रहे थे, लेकिन ठगों ने जयराम के परिचित को चैट कर रुपयों की मांग कर दी, लेकिन परिचित जयराम का नंबर जानता था, जिसके बाद ठगों की पूरी पोल खुल गई।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम भूपिंद्र नेगी का कहना है कि राज्यपाल के फर्जी इंस्टाग्राम अकाऊंट का मामला फेसबुक अथॉरिटी के साथ प्रमुखता से उठाया। अब इसे डीएक्टीवेट करवा दिया है। ऐसा किसने किया, आरोपी कौन हैं, इस मामले को भी संबंधित अथॉरिटी के साथ उठाया गया है। साइबर थाना ने इसे अत्यंत गंभीरता से लिया है। फर्जी सोशल मीडिया अकाऊंट बनाने की काफी शिकायतें आ रही हैं।

 

Content Writer

Kuldeep