इस बार निगम पेश कर सकता है 20-25 करोड़ के घाटे का बजट

Wednesday, Feb 10, 2016 - 10:15 AM (IST)

शिमला: नगर निगम के प्रस्तावित बजट में इस बार घाटा 20 से 25 करोड़ के बीच रहने की संभावना है। कयास लगाए जा रहे हैं कि निगम का प्रस्तावित बजट में घाटा गत वर्ष की अपेक्षा कम होगा। सूत्रों की मानें तो नगर निगम ने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है और साल में करीब 50 करोड़ से अधिक का राजस्व नगर निगम ने विभिन्न आय के संसाधनों से अर्जित किया है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि निगम का वार्षिक घाटा 20 से 25 करोड़ के बीच रह सकता है। 


गत वर्ष निगम ने 44 करोड़ घाटे का बजट पेश किया था। इससे पूर्व बीते वित्तीय वर्ष में निगम ने 156 करोड़ का बजट पेश किया था। इस दौरान भी 30 करोड़ के घाटे का बजट रहा था। इससे पूर्व भी निगम ने 21 करोड़ के घाटे का बजट पेश किया था। छठे निर्वाचन का यह तीसरा बजट था जोकि लगातार घाटे में है। अब निगम प्रशासन ने अपने आय के संसाधनों से शहर की आम जनता से एक साल में प्रापर्टी टैक्स, पानी के बिलों, इस्टेट ब्रांच सहित अन्य लेनदारियों के तहत करीब 50 करोड़ की राशि अर्जित की है।


इससे निगम की वित्तीय स्थिति में पहले से बेहतर सुधार हुआ है। खास बात यह है कि निगम प्रशासन ने पिछले एक साल से कर्मचारियों की वेतन अदायगी के लिए एक भी एफ.डी.आर. नहीं तुड़वाई है। इससे पूर्व निगम के पास कर्मचारियों के वेतन अदायगी तक के लिए पैसे नहीं होते थे और निगम को कर्मचारियों की तनख्वाह के लिए हर महीने एफ.डी.आर. तुड़वानी पड़ रही थी जिससे निगम करोड़ों रुपए के घाटे में चल रहा था। कहां से कितनी हुई कमाई, कहां कितना हुआ खर्चानगर निगम ने सालाना करीब 30 करोड़ रुपए निगम के कर्मचारियों की सैलरी व एरियर व पैंशन संबंधी आवश्यक जरूरतों पर खर्च किए हैं। 


नगर निगम ने कर्मचारियों के वेतन सहित अन्य आवश्यक जरूरतों पर सालाना करीब 45 करोड़ रुपए व्यय किए गए हैं जबकि निगम की कुल कमाई 50 करोड़ रही है। इसके अलावा निगम ने करीब 11 करोड़ रुपए का भुगतान ठेकेदारों को किया है। नगर निगम को प्रॉपर्टी टैक्स से अब तक करीब 23 करोड़ रुपए से अधिक एकत्रित किए जा चुके हैं जबकि निगम को कुल प्रॉपर्टी टैक्स से लगभग 28 करोड़ की आमदनी होनी है। इसके अलावा एम.सी. ने पानी के बिलों से 18 करोड़ रुपए की कमाई की है। इसके अलावा इस्टेट ब्रांच से करीब पौने 4 करोड़ रुपए कमाए हैं। इसके अलावा निगम ने शहर की स्ट्रीट लाइट्स से करीब 4 करोड़ रुपए, प्रशासनिक स्तर पर 10 करोड़ रुपए की कमाई की है।