हिमाचल के इन 7 जिलों में शुरू हुई ‘मुस्कान’ योजना

punjabkesari.in Thursday, Oct 20, 2016 - 08:46 PM (IST)

शिमला: प्रदेश में कन्या बचाव के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वीरवार को शिमला में ‘मुस्कान’ योजना का शुभारंभ किया। सीएम ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की पहल कन्या बचाओ के अंतर्गत प्रदेश के 7 जिलों में कन्या भू्रण हत्या रोकने और लिंग अनुपात में सुधार के लिए ‘मुस्कान’ योजना का शुभारंभ किया है। यह योजना चम्बा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, शिमला, सिरमौर तथा सोलन के लिए आरंभ की गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नवजात कन्याओं की माताओं को सम्मानित किया और उन्हें उपहार भी वितरित किए।


वीरभद्र सिंह ने कहा कि लिंग अनुपात में सुधार समय की मांग है। इस संवेदनशील मामले को लेकर समाज में जागरूकता की आवश्यकता है ताकि लोग लड़कियों के महत्व को समझें और कन्याओं की जन्म दर में सुधार हो सके। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की निदेशक मानसी सहाय ने कहा कि सरकार द्वारा लिंग अनुपात में सुधार लाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से राज्य में सघन अभियान आरंभ किया गया है। सभी जिलों में गर्भावस्था के 10 सप्ताह में पंजीकरण करवाना अनिवार्य बनाया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए गए हैं कि गर्भधारण का पंजीकरण न केवल संबंधित केंद्रों बल्कि संबंधित गांव के स्वास्थ्य उपकेंद्रों में भी करवाया जाए।


वीरभद्र सिंह ने कहा कि कम लिंग अनुपात वाली ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर नवविवाहित जोड़ों को परामर्श के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। इसके अतिरिक्त ‘गुड्डा-गुड्डी’ सूचना पट्टिकाओं के माध्यम से नवजात कन्याओं और जिला में लड़कियों की कुल संख्या को प्रदॢशत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शिक्षा, राजस्व व ग्रामीण विकास आदि जैसी कई एजैंसियों और जिला प्रशासन की मदद से लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके अतिरिक्त नवजात कन्याओं की माताओं को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा।


इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. (कर्नल) धनी राम शांडिल, मुख्य सचिव वीसी.फारका, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार टीजी नेगी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सचिव अनुराधा ठाकुर, जिलाधीश शिमला रोहन ठाकुर और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।


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