धरती पर धर्म के नाम पर चल रहा आडम्बर: आचार्य

punjabkesari.in Tuesday, Mar 15, 2016 - 09:58 AM (IST)

मंडी: राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि इंसान का आचरण ठीक नहीं है तो पूजा-पाठ, मंदिर, मस्जिद, चर्च व गुरुद्वारे जाने की औपचारिकता से ईश्वर नहीं मिलते। इन सब का अगर जीवन पर कोई प्रभाव नहीं दिखता तो इसका मतलब नहीं रह जाता। इन सबसे जीवन में परिवर्तन आना चाहिए तभी देश में सभ्य समाज की परिकल्पना साकार हो सकती है। धरती पर धर्म के नाम पर आडम्बर चल रहा है। मंदिर, मस्जिद, चर्च व गुरुद्वारे बढ़े लेकिन सामाजिक बुराइयां इनके बनने से समाप्त होने के बजाय बढ़ रही हैं। लिहाजा ऐसे में प्रत्येक नागरिक का दायित्व बनता है कि वे समाज में फैली सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए आगे आएं। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया वे अपनी समृद्ध संस्कृति का सम्मान करें और नशाखोरी को रोकने और राष्ट्र के सुदृढ़ निर्माण में अपना सहयोग दें।

अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए आचार्य देवव्रत ने कहा कि संस्कृति व उसके धरोहर हमारे मूल्यों, आस्थाओं व भावनाओं को प्रदर्शित करते हैं और इसके अतिरिक्त ये राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने में भी सहायक होते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति व परम्पराओं के प्रति सचेत रहना चाहिए। हमारा यह दायित्व बनता है कि हम इन्हें आने वाली पीढि़यों के लिए संरक्षित करें ताकि वे अपने अतीत पर गर्व कर सकें। राज्यपाल ने कहा कि मेले व त्यौहार मानव को नई ऊर्जा प्रदान करते हैं और हमें मेलों व उत्सवों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए।

इससे पूर्व आचार्य देवव्रत ने माधवराव मंदिर में पूजा-अर्चना की और जलेब में भी शामिल हुए। उन्होंने देवताओं के देवलुओं को परोसी गई धाम भी खाई। राज्यपाल ने विभिन्न विभागों व अन्य संगठनों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।


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