शिमला शहर में पानी की किल्लत दूर करने का नगर निगम ने तैयार किया फॉर्मूला

Saturday, Nov 11, 2017 - 07:06 PM (IST)

शिमला: हिल्स क्वीन शिमला में पीने के पानी की किल्लत को दूर करने और पेयजल की क्षमता बढ़ाने के लिए एमसी ने नया फॉर्मूला इजात किया है। इसके लिए नगर निगम के कर्मचारी शहर के साथ लगते पेयजल स्त्रोतों की साफ सफाई करने के साथ साथ उनकी मरम्मत भी कर रहा है। इतना ही नहीं निगम स्रोतों से पानी की पंपिंग करने और पाइप लाइन बिछाने का कार्य कर रहा है।

मिलेगा लीकेज से छुटकारा
शिमला शहर में पानी की किल्लत को देखते हुए एमसी कोटी-ब्रांडी पेयजल परियोजना में भी नई पाइप लाइन बिछाने का कार्य कर रहा है। 4 किलोमीटर इस नई पाइप लाइन से जहां पानी की क्षमता दो से तीन एमएलडी बढ़ेगी वहीं होने वाली लीकेज से भी छुटकारा मिलेगी। जानकारी के मुताबिक पाइप लाइन पर अम्रुत योजना के तहत 5 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। 

यहां की जाएगी पानी की आपूर्ति
इस पेयजल परियोजना से छोटा शिमला, कसुम्पटी, मैहली, पंथाघाटी, न्यू शिमला, खलीनी और कनलोग क्षेत्रों में नगर निगम पानी की आपूर्ति होगी। निगम का कहना है कि इससे लोगों को स्रोतों का स्वच्छ पानी पीने को मिलेगा।

तीसरे होती है पानी की आपूर्ति
लोगों के मुताबिक नगर निगम इन क्षेत्रों में तीसरे दिन पानी की आपूर्ति करता है। उनका कहना है कि लोग यहां पर कई सालों से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि एमसी के डिप्टी मेयर इसी क्षेत्र से हैं जो इस क्षेत्र में विकास कार्य करवाने के बारे में सोचते रहते हैं। लोगों ने बताया कि यह उनकी ही मेहरबानी है कि आज क्षेत्र की समस्या को प्रमुखता हल करने के लिए कार्य किया जा रहा है। 

पाइप लाइन की जा रही चेंज
एमसी आयुक्त जीसी नेगी ने बताया कि एमसी पेयजल किल्लत को खत्म करने के लिए पुरानी पाइप लाइन चेंज कर रहा है। अम्रुत योजना के तहत 100 करोड़ खर्च हो रहे हैं। इसमें विभिन्न पेयजल परियोजनाओं में पंप बदलने और लाइन को बदलने का कार्य किया जा रहा है।