बसों में लिखे “सवारी अपनी जान की ख़ुद जिम्मेदार है“ जानिए किसने कही ये बात
Monday, Jul 20, 2020 - 03:08 PM (IST)
शिमला (योगराज) : देश और प्रदेश में कोरोना के लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं और कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा उत्पन्न हो गया है। पहले पीएम ने थाली व ताली बजाकर कोरोना को भगाने की बात कही। अब यज्ञ कर मुख्यमंत्री प्रदेश से कोरोना भगाने की बात कर लोगों को खतरे में डालने का काम कर रहे है। इन मामलों पर काबू पाने व कम्युनिटी स्प्रेड को रोकने के बजाए जयराम सरकार देवी देवताओं के नाम पर नियम और कानूनों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यज्ञ में जो पोस्टर लगाया उसमें भी देवी देवताओं के फोटो से ऊपर नेताओं के फोटो लगा दिए गए जो हमारी धार्मिक आस्था पर चोट है।
कोरोना में सरकार की नाकामी पर कांग्रेस के विरोध करने पर मामले दर्ज किए गए। जबकि यज्ञ कर मुख्यमंत्री सहित भाजपा ने जो नियमों की धज्जियाँ उड़ाई गई। उनके ऊपर भी एफआईआर दर्ज हो। कारोना को लेकर सरकार की लापरवाही ने समूचे प्रदेश को खतरे में डाल दिया है। मजदूरों की कमी है, मंडियों में सोशल डिस्टेनसिंग के लिए समुचित प्रबंध किए जाएं। क्योंकि सेब सीजन में बागवान परेशान हो रहे है। बसों में कोई सोशल डिस्टेनसिंग नहीं है। इसलिए “सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार“ है कि जगह “सवारी अपनी जान की ख़ुद जिम्मेदार है“ ये लिखना चाहिए।