हिमाचल में विंड मैगलैव तकनीक से पैदा हो सकती है बिजली : डॉ. शिंदे

Monday, Jul 22, 2019 - 09:12 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): सुंदरनगर के एम.एल.एस.एम. कालेज के फिजिक्स विभाग द्वारा सोमवार को एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें भारत में सुपर कंडक्टर चलित मैगलैव ट्रेन का मॉडल बनाने वाले वैज्ञानिक डॉ. आर.एस. शिंदे मुख्य वक्ता थे। कार्यशाला में डॉ. शिंदे ने देश में मैगलैव तकनीक से बनाई जाने वाली सुपर कंडक्टर ट्रेन के मॉडल के वीडियो दिखाकर उसकी तकनीक बारे जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा भारत में स्वदेशी तकनीक से 600 किलोमीटर प्रति घंटा गति से चलने वाली सुपर कंडक्टर चलित मैगलैव ट्रेन का मॉडल तैयार हो चुका है, जिसका राष्ट्रीय स्तर पर सफलता पूर्व प्रदर्शन भी पिछले दिनों किया गया है। उन्होंने कहा कि मैगलैव तकनीक से और भी अनेक उत्पाद बनाए जा सकते हैं, उनके बारे भी उन्होंने जानकारी दी।

जहां 2 पहाड़ आपस में मिलते हैं उसे कहा जाता है गलू

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विशेष रूप से मंडी जिला के शिकारी, कमरूनाग इत्यादि सहित अनेक कई ऊंचे पर्वत हैं जहां पर हवा का प्रवाह काफी ज्यादा है, ऐसे ऊंचे पहाड़ों में क्लीन एनर्जी के अंतर्गत विंड मैगलैव तकनीक से बहुत ही सस्ते में बिजली पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कई ऐसी अनेक जगह हैं जहां 2 पहाड़ आपस में मिलते हैं जिनको गलू कहा जाता है। उन्होंने कहा गलू नाम के वह स्थान विंड मैगलैव तकनीक से हजारों मैगावाट बिजली पैदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा अगर हिमाचल प्रदेश सरकार सहयोग करे तो वे प्रदेश में विंड मैगलैव तकनीक से बिजली पैदा करने में सहयोग देने को तैयार हैं।

फिजिक्स विभाग के कई छात्र-छात्राओं ने पूछे सवाल

कार्यशाला में कॉलेज के फिजिक्स विभाग के कई छात्र-छात्राओं ने डॉ. शिंदे से इस विषय पर अनेक सवाल पूछे तो उन्होंने छात्र-छात्राओं को उनके जवाब भी दिए। कार्यशाला में प्रिंसीपल अजय कपूर, फिजिक्स विभाग प्रमुख डा. विवेक वैद्य, प्रो. विनोद शर्मा, डा. कामेश्वर, धर्मेंद्र राणा, डा. मेनका, डा. कुलदीप, डा. सोनू शर्मा, कैमिस्ट्री विभाग प्रमुख डा. सी.पी. कौशल, डा. सुधीर, जीव विज्ञान विभाग प्रमुख अर्चना कपूर, डा. आशीष सहित हैक्स मैगनेट के सी.ई.ओ. आरूष कुमार भी मौजूद रहे।

Vijay