अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला पुलिस ने दिखाए साहसिक करतब

Monday, Mar 08, 2021 - 03:13 PM (IST)

शिमला (योगराज) : महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है और आज के दिन महिलाओं के सम्मान में देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हिमाचल पुलिस ने भी पहली बार शिमला के रिज मैदान में महिलाओं के सम्मान में विशेष कार्यक्रम वूमैन इन एचपी पोलिस कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें महिलाओं ने परेड, बाइक स्टंट और कराटे जैसे करतब दिखाए। इस मौके पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रे मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे। देर शाम शिमला के गेयटी में प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा जिसमें मुख्यमंत्री शिरकत करेंगे। 

इस दौरान पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि आज  महिलाएं पुलिस में 2300 से ज्यादा हैं और कंधे से कंधा मिलाकर अपनी सेवाएं दे रही है। महिलाओं की इन सेवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए शिमला के रिज मैदान पर कार्यक्रम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला पुलिस अधिकारी बॉर्डर पर भी अपनी सेवाएं दे रही है। गलवां घाटी में चीन के साथ चल रहे विवाद के दौरान दो महिला आईपीएस अधिकारीयों ने अपनी सेवाएं दी। महिलाएं अन्य क्षेत्रों में भी जटिल परिस्थितियों के बावजूद बहादुरी से कार्य कर रही है। इसके लिए ही महिलाओं के सम्मान में इस तरह के कायक्रम आयोजित करने का कार्यक्रम बनाया गया है। 

इस मौके पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रे ने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे है। केंद्र की मोदी सरकार बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं को शुरू किया है। उन्होंने कहा कि पहली बार महिलाओं को सम्मान के लिए देश में पुलिस विभाग ने इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया है। महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे हैं। महिला सशक्तिकरण के लिए आज विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है। जिससे आगे बढ़ने के समान अवसर मिल रहे हैं। इस दौरान बेहतरीन सेवाएं देनी वाली सेवानिवृत्त और सेवारत महिला पुलिस को सम्मानित भी किया गया। 

डीजीपी का झलका दर्द, बोले ड्यूटी के दौरान दिन भर पानी नहीं पीती महिला पुलिस 

अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। हिमाचल पुलिस शिमला के रिज मैदान में महिलाओं के सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रही है। जिसमें महिलाओं ने परेड से लेकर बाइक स्टंट व कराटे जैसे करतब दिखाए। डीपीजी संजय कुंडू ने कहा कि भले ही महिलाएं पुलिस में 2300 से ज्यादा है और दिन रात ड्यूटी देती है। लेकिन इनकी समस्याएं जटिल है। 
पुलिस महिला कर्मियों के लिए ड्यूटी वाले स्थान पर खास कर जब ट्रैफिक ड्यूटी दे रही होती है तो उनको टॉयलेट तक रोकना पड़ता है क्योंकि कई जगह टॉयलेट तक नहीं है। जिसके डर से महिला पुलिस कर्मी पानी तक नहीं पीती है। इतना ही नही पुलिस महकमे में क्रच तक का प्रावधान नहीं है। इसलिए महिला कर्मियों को अपने बच्चों को घर पर बंद करके ड्यूटी पर आना पड़ता है। विपरीत परिस्थितियों में पुलिस की महिलाएं काम करती है जिनके लिए अभी सरकारों को बहुत काम करना पड़ेगा। 
 

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prashant sharma