विरोध के बीच हुआ महिला का अंतिम संस्कार, कोरोना के कारण हुई थी मौत

Tuesday, May 26, 2020 - 03:17 PM (IST)

सुंदरनगर : कोरोना वायरस जहां एक ओर सरकार की परेशानी का सबब बना हुआ है, वहीं कोरोना से होने वाली मौत भी अब प्रशासन के लिए परेशानी साबित हो रही है। कल कोरोना संक्रमण के चलते जिस महिला की मौत हुई थी, उस महिला के अंतिम संस्कार के के पहले प्रशासन को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि बाद में समझाइश के बाद ग्रामीणों का विरोध षांत हुआ और महिला का अंतिम संस्कार किया गया। मंगलवार सुबह मृतक महिला का अंतिम संस्कार बल्ह की कंसा की सुकेती खड्ड के किनारे किया जाना था, लेकिन जैसे ही एम्बुलेंस के माध्यम से महिला का शव कंसा के समीप पहुंचा, तो लोगों ने अंतिम संस्कार से पहले खूब विरोध जताया। जानकारी के अनुसार बीते कल सोमवार को नेरचौक नगर परिषद के वार्ड रत्ती निवासी अशोका रानी ने मेडिकल कॉलेज नेरचौक में दम तोड़ दिया। अशोका रानी किडनी रोग से भी पीड़ित थी और डायलिसिस पर थीं। 

वहीं मंगलवार सुबह मृतिका का अंतिम संस्कार सुकेती खड्ड में हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार स्थानीय लोगों के भारी विरोध के बीच संपन्न कर दिया गया। बता दें कि प्रशासन द्वारा कोविड-19 के कारण मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए इसी स्थान को चिन्हित किया गया है। लेकिन मृतक महिला के अंतिम संस्कार को लेकर मौके पर नगर परिषद के वार्ड डडौर के पार्षद आलमू राम और सुमन चौधरी ने लगभग 100 गांववासियों सहित जमकर हंगामा किया। मौके पर हालात इतने खराब रहे कि ग्रामीणों द्वारा शव को जलाने के लिए चिन्हित स्थान तक ले जाने वाले रास्ते पर पत्थर फैंक कर उसे अवरोध कर दिया गया। वहीं स्थिति खराब होती देखकर डीएसपी अनिल पटियाल और थाना प्रभारी बल्ह राजेश ठाकुर ने लोगों पार्षदों सहित अन्य इक्ट्ठा हुए लोगों को समझाया। लेकिन लोग मृतिका का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े रहे। वहीं मौके पर एसडीएम बल्ह आशीष शर्मा ने भी लोगों को समझाया और शांति बहाल की गई। इस दौरान सुकेती खड्ड का यह क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। 

मौके पर मंडी पुलिस के क्वीक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) के कंमाडो सहित दर्जनों पुलिस बल मौजूद रहा। पार्षदों सहित लोगों का विरोध यह था कि मृतिका अशोका रानी स्थानीय निवासी है। जब उनके वार्ड रत्ती में शमशान घाट मौजूद है तो वहां उनका अंतिम संस्कार किया जाए। पार्षदों ने कहा कि पहले मौके पर हमीरपुर निवासी का दाह संस्कार किया गया है, जिसमें मानवीयता के आधार पर ग्रामीणों द्वारा कोई भी विरोध नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ग्रामीणों का विरोध जारी रहेगा। उधर मामले को लेकर दूरभाष के माध्यम से डीसी ऋगवेद ठाकुर ने कहा कि प्रशासन द्वारा जो जगह शव को जलाने के लिए चिन्हित की गई है। उसी जगह पर महिला का अंतिम संस्कार किया गया है। अगर किसी का कोई भी सुझाव है तो वे प्रशासन को आकर बता सकते हैं।
 

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prashant sharma