शिमला में App के माध्यम से होगी वाटर डिस्ट्रीब्यूशन की मॉनिटरिंग, घर बैठे रख सकेंगे नजर

Monday, Jul 22, 2019 - 10:21 AM (IST)

शिमला (वंदना): राजधानी में वाटर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की मॉनिटरिंग अब एप के माध्यम से होगी। शिमला जल प्रबंधन कंपनी ने शिमला में जल वितरण प्रणाली को सुधारने और की-मैनों की दादागिरी को खत्म करने के लिए एप तैयार की है, जिसमें शिमला में कब पानी की सप्लाई दी गई और उपभोक्ताओं को कितने समय तक की-मैन ने पानी की आपूर्ति दी है इसकी खास तौर से मॉनीटरिंग की जा सकेगी। की-मैनों पर अक्सर असमान जल वितरण के आरोप लगते रहते हैं। इससे उपभोक्ताओं को पर्याप्त पानी की सप्लाई नहीं मिल पाती है लेकिन कंपनी ने जो एप तैयार की है, उसमें खास तौर से किस एरिया में कब पानी की सप्लाई दी गई व कितने समय तक किस लाइन एरिया में सप्लाई दी गई इसकी जानकारी मिलेगी।  

ऐसे में अब की-मैन अपने चहेतों को चोरी छिपे पानी नहीं दे सकेंगे। जल भंडारण टैंकों में पानी की एक-एक बूंद का हिसाब इस एप के जरिए रखा जाएगा। कंपनी की ओर से शहर के सभी 34 वार्डों में इस एप के माध्यम से पानी की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए कंपनी द्वारा इन दिनों ट्रायल किया जा रहा है। खास तौर से की-मैनों को विशेष ट्रेनिंग भी करवाई जा रही है ताकि इस सिस्टम को शुरू करने में की-मैनों को कोई परेशानी पेश न आए। कंपनी की ओर से पूरे शिमला शहर की जी.आई.एस. मैपिंग की गई है। पूरे सिस्टम को ऑनलाइन किया गया है। इसके तहत ही यह एप तैयार की गई है जिसे सभी वार्डों में शुरू किया जा रहा है। इसके तहत किस एरिया में कब पानी दिया गया लोग घर बैठे इसकी जानकारी ले सकेंगे। 

यहां समझे कैसे होगी पानी की मॉनिटरिंग

कंपनी ने पूरे शहर की जी.आई.एस. मैपिंग की है। इसके तहत की-मैन जैसे ही किसी भी एरिया के लिए पानी की सप्लाई को खोलेगा इसकी जानकारी पहले कंट्रोल रूम को दी जाती है। इसके बाद उस एरिया का चार्ट  एस.जे.पी.एन.एल. की साइट पर खुल जाता है। जिस एरिया में पानी की सप्लाई हो रही होगी, तब साइट पर ब्लू कलर शो होगा और जैसे ही सप्लाई बंद होगी तो साइट पर ग्रीन कलर हो जाएगा। इस एप के जरिए रोजाना एक रिपोर्ट जैनरेट की जाएगी, जिसमें की-मैन की परफॉर्मैंस और पानी की मात्रा का पता चलता है। इस एप के जरिए लाइनों में लीकेज की समस्या का भी पता लगाया जा सकेगा।  

प्रदेश में पानी की मॉनिटरिंग की पहली एप

कंपनी का दावा है कि पानी की मॉनीटरिंग करने वाली यह पहली एप होगी। अभी तक इस तरह का सिस्टम प्रदेश में विकसित नहीं हुआ है जिससे पानी की मॉनिटरिंग की जा सके। एप के जरिए जहां पानी की उपलब्धता का पता चलेगा तो वहीं शहर के किस एरिया में कब और कितना पानी आबंटित किया गया, इसकी जानकारी मिल सकेगी।

Ekta