सरकार बताए कि शिक्षा विभाग में क्यों रुकी हैं हजारों की प्रमोशन : राणा

punjabkesari.in Friday, Jul 31, 2020 - 05:16 PM (IST)

हमीरपुर : राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कहा है कि बीजेपी सरकार के राज में शिक्षकों का विकास रुक सा गया है, तो ऐसे में शिक्षा नीति की तमाम बातें बेमानी हैं। उन्होंने कहा कि आंकड़े गवाह हैं कि वर्ष 2018 से शिक्षा विभाग में प्रमोशन लगातार रुकी है। अपने ही फैसलों में कन्फ्यूज सरकार प्रदेश के शिक्षकों की प्रमोशन रोक कर बैठी है जिससे इस वर्ग का मनोबल लगातार गिरा है। सरकार की नीति और नीयत पर अब प्रदेश को शिक्षा देने का जिम्मा उठाए शिक्षकों का कोई भरोसा नहीं बचा है। जहां प्रदेश में एक ओर तमाम विकास कार्य ठप पड़े हैं, वहीं शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की प्रमोशन बेवजह रुकने से कर्मचारी खुद को अपमानित व प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं, लेकिन अपने ही तानेबाने में उलझी सरकार व शिक्षा विभाग के मुखिया को प्रमोशन की समस्या पर सुध लेने की कोई फुरसत नहीं है। 

उन्होंने कहा कि सत्ता से बाहर बैठ कर बयानबाजी करना व जुमले बोलना और बात है लेकिन सत्तासीन होकर कर्मचारियों की समस्याओं को हल करना बड़ी और बात है। शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारी व अधिकारी जान चुके हैं कि बीजेपी जुमलाबाजी व बयानबाजी में तो माहिर है, लेकिन कर्मचारियों की समस्याओं को हल करने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। सरकार की इस लचर कारगुजारी पर शिक्षा विभाग के कर्मचारी बेहद आक्रोशित हैं और अब योग्यता रखने वाले शिक्षकों में सरकार के प्रति गहरा आक्रोश लगातार बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश भर से जिन हजारों कर्मचारियों की प्रमोशन बेवजह रुकी है, उन्होंने जयराम सरकार को अब तक की सबसे निकम्मी सरकार करार दिया है। उधर जूनियर ऑफिस असिस्टेंट जिनको विधानसभा में आश्वासन देने के बाद भी सरकार ने नौकरी नहीं दी है। वह हजारों जूनियर असिस्टेंट सरकार को पानी पी-पी कर कोस रहे हैं। उनको अब लग रहा है कि सरकार झूठ बोलती है और अब इन 600 के करीब खाली पड़े पदों को भरना ही नहीं चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार स्पष्ट करे कि शिक्षा विभाग में हजारों प्रमोशनें किस कारण से रोकी गई हैं व जूनियर असिस्टेंट के 600 के करीब खाली पड़े पदों को विधानसभा में दिए गए आश्वासन के बावजूद क्यों नहीं भरा जा रहा है।
 


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Edited By

prashant sharma

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