जब IPH मंत्री ने विद्युत विभाग के अफसरों को लगाई जमकर लताड़ (PICS)

Friday, Nov 16, 2018 - 05:01 PM (IST)

मंडी (नीरज): जयराम सरकार का जनमंच जहां जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान का माध्यम बन रहा है वहीं इसमें विभागीय अधिकारियों को जमकर अपनी फजीहत करवानी पड़ रही है। खास तौर पर जिस जनमंच में आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर जा रहे हैं वहां अधिकारियों की क्लास लगना लगभग तय ही माना जा रहा है। शुक्रवार को मंडी जिला के सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के भद्रोता में 7वें जनमंच का आयोजन किया गया। इसमें यूं तो कई विभागों की शिकायतें पहुंची लेकिन मंत्री जी के निशाने पर बिजली और एचआरटीसी विभाग ज्यादा रहा।


प्री जनमंच में रखोटा गांव निवासी रूप लाल ने बिजली विभाग की शिकायत दी। जिसमें कहा गया कि उसका बिजली का बिल हर महीने 6 हजार रुपए आ रहा है और विभाग इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जनमंच में ही शिकायत का निवारण हो गया और विभाग ने 6 हजार के बिजली बिल को घटाकर 1400 रुपए कर दिया। शिकायतकर्ता रूप लाल को जनमंच में अपनी यह बात रखने का जब मौका मिला तो पहले मंत्री जी यह जानकर गदगद हुए कि जनमंच के कारण एक उपभोक्ता को न्याय मिला। इसके साथ ही उन्होंने विभाग के अधिशासी अभियंता की जमकर क्लास लगाई। 


मंत्री ने पूछा कि एक बिल तो कम कर दिया लेकिन जो पिछले बिल थे उनका क्या किया। इस पर अधिकारी यही जबाव देते रहे कि मीटर बदल दिया है। सही जबाव न मिलने पर मंत्री जी को गुस्सा आ गया और अधिकारी को लताड़ लगाते हुए बदले गए मीटर को आबर्जवेशन पर रखकर पिछले सभी बिलों को एडजस्ट करने के निर्देश दिए। यह बिजली विभाग की पहली शिकायत थी लेकिन इसके बाद लगातार बिजली विभाग की शिकायतें जनमंच में पहुंचती गई। कहीं बिजली गुल होने की शिकायत थी, कहीं बिजली की तारों से खतरा बताया गया तो कहीं बिजली की तारें क्षतिग्रस्त होने की शिकायत पहुंची। ऐसे में मंत्री जी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। 

उन्होंने बिजली विभाग के सरकाघाट स्थित अधिशाषी अभियंता को जमकर लताड़ लगाई। मंत्री ने कहा कि एक जनमंच में एक विभाग की इतनी अधिक शिकायतें पहुंचना इस बात को दर्शा रहा है कि अधिकारी कार्यालयों में कुर्सियां तोड़ रहे हैं। उन्होंने अधिकारी को चेताया कि अगर कार्यप्रणाली में सुधार नहीं लाया तो उन्हें कुछ कठोर कदम उठाने पड़ेंगे। इसके बाद एचआरटीसी के अधिकारियों को भी मंत्री ने जमकर लताड़ लगाई। बस सेवा को लेकर एक शिकायत आई जिसपर मंत्री जी ने एचआरटीसी के डीएम से जबाव मांगा लेकिन अधिकारी महोदय मौके पर मौजूद ही नहीं थे। 

मंत्री ने कहा कि अधिकारी यहां घूमने के लिए आते हैं या जनसमस्याओं के निपटारे के लिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनमंच में बैठना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने पूर्व में रही धूमल सरकार के समय पर शुरू किए गए बस रूटों को दोबारा से बहाल करने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही लोक निर्माण, आईपीएच और कृषि विभाग सहित खाद्य आपूर्ति निगम के अधिकारियों को भी मंत्री की फटकार का सामना करना पड़ा। मंत्री ने सरकाघाट के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फील्ड में जाना सुनिश्चित करें और अपना टूअर प्रोेग्राम एसडीएम को भेजें। वहीं एसडीएम को कहा गया कि फिल्ड में जाकर अधिकारियों के कार्यों का औचक निरीक्षण करें। 
 

Ekta