जब Death Certificate को लेकर आमने-सामने हुए विधायक और अस्पताल प्रशासन

punjabkesari.in Saturday, Mar 02, 2019 - 07:59 PM (IST)

ऊना (विशाल): शनिवार को एक डैथ सर्टिफिकेट न देने को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल में सदर विधायक सतपाल रायजादा और अस्पताल प्रशासन के बीच माहौल तनावपूर्ण हो गया। मौके पर पुलिस भी पहुंची और यहां तक कि विधायक ने मामला फोन के माध्यम से डायरैक्टर हैल्थ के पास भी पहुंचा दिया। काफी देर तक हुई गहमागहमी के बाद जैसे-तैसे करके मामला शांत हुआ। इससे पहले मामला इतना गर्म हो गया कि विधायक ने आम जनता के काम न होने और उनके बार-बार चक्कर कटवाने के आरोप अस्पताल प्रशासन पर जड़े और अस्पताल के सामने धरने पर बैठने की चेतावनी दे दी।

डैथ सर्टीफिकेट लेने को अस्पताल के चक्कर काट रहा था मृतक का भाई

जानकारी के अनुसार कुटलैहड़ क्षेत्र के गांव बड़साला निवासी प्रेमपाल की 13 फरवरी को मौत हो गई थी। उसके भाई पूर्ण चंद के मुताबिक वह अस्पताल से प्रेमपाल का डैथ सर्टीफिकेट लेने के लिए काफी दिनों से चक्कर काट रहा है लेकिन उसको सर्टीफिकेट जारी नहीं किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रेमपाल की मौत अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड में हुई थी जबकि अस्पताल प्रशासन ने कागजों में उसकी मौत बाहर हुई बताई, जिसके चलते मामला पेचीदा हो गया। काफी दिन तक अस्पताल प्रशासन के चक्कर काटने के बाद भी डैथ सर्टीफिकेट न मिलता देख वह सीधे सदर विधायक सतपाल रायजादा के पास पहुंचा और रायजादा उसको साथ लेकर अस्पताल में सी.एम.ओ. कार्यालय में जा पहुंचे जहां सर्टीफिकेट इश्यू करने को लेकर माहौल काफी तनावपूर्ण रहा।

अस्पताल प्रशासन का रवैया सही नहीं

सदर विधायक का कहना है कि अस्पताल प्रशासन का रवैया सही नहीं है। न तो वह मरीजों व तीमारदारों के प्रति रवैया सही कर रहे हैं और न ही अन्य प्रतिनिधियों के प्रति। उन्होंने कहा कि जनहित के मुद्दे पर वह धरने पर बैठने से भी गुरेज नहीं करेंगे चाहे पीड़ित उनकी विधानसभा क्षेत्र का हो या किसी अन्य विस क्षेत्र का।

क्या बोले सी.एम.ओ.

वहीं सी.एम.ओ. डा. रमन कुमार का कहना है कि कुछ तकनीकी पेचीदगियों के चलते डैथ सर्टीफिकेट इश्यू करने में देरी हो रही थी, जिसे सुलझा लिया गया है।


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Vijay

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