किन्नौर की बुनकर कला को मिली अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान

Tuesday, Oct 20, 2020 - 04:10 PM (IST)

इंटरनैशनल वर्ल्ड ट्रेड एक्सपो में पहुंचे हैंडलूम निर्मित किन्नौरी उत्पाद
रिकांगपिओ (रिपन):
जिला किन्नौर में अपनी सीएसआर पहल से सामाजिक परिवर्तन ला रहे जेएसडब्ल्यू ने एक और उपलब्धि हासिल की है। जेएसडब्ल्यू हाईड्रो एनर्जी लिमिटेड, शोलतू ने इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड के सहयोग से वर्ल्ड ट्रेड सैंटर द्वारा आयोजित इंटरनैशनल वर्ल्ड ट्रेड एक्सपो में अपने चरखा स्वयं सहायता द्वारा हैंडलूम पर निर्मित किन्नौरी उत्पादों को पहुंचा दिया है, चरखा स्वयं सहायता समूह शोलतू के नाम से 6 स्टाल किन्नौरी उत्पादों को मिले हैं।

जेएसडब्ल्यू  के सीएसआर हैड विनोद पुरोहित ने बताया कि किन्नौर की परम्परागत खड्डी हैंडलूम के उत्पादों को हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने में कामयाब हुए हैं। हमें मफलर, टोपी, स्टॉल, ट्वीड, ब्राइडल कलैक्शन और लाइफ स्टाइल असैसरीज को प्रदर्शित करने और बेचने का एक अवसर मिला है। इससे किन्नौर की बुनकर कला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान और बाजार दोनों मिलेगा। साथ ही दुनिया किन्नौरी खड्डी कला की विरासत से भी परिचित होगी। ये एक नई खिड़की की तरह है, जिससे दुनिया यहां की कला और संस्कृति में झांक सकेगी।

उल्लेखनीय है कि महीने भर चलने वाली इस ऑनलाइन प्रदर्शनी में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 10 हजार से ज्यादा लोग भाग लेंगे। वल्र्ड ट्रेड सैंटर अपने 90 देशों में फैली 330 से ज्यादा शाखाओं के जरिए बुनकरों को विदेशी खरीददारों, कंपनियों और संगठनों से जोड़ेगा इस बीच वर्चुअल एक्सचेंज कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। वहीं जेएसडब्ल्यू हाईड्रो के परियोजना प्रमुख प्रवीण पुरी ने कहा कि इस फैस्टीवल के लिए हमारे बुनकरों ने अपने उत्पादों की प्रस्तुति और बिक्री के लिए खुद कैटवॉक किया है व फोटो शूट भी करवाया है। यही हमारी ताकत है। हमारे बुनकर ही हमारे मॉडल हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इसमें हम किन्नौर की बुनाई कला को नई पहचान और ऊंचाई दिलाएंगे व जेएसडब्ल्यू सवा 200 महिलाओं को बुनकरी का प्रशिक्षण दे चुका है।

Vijay