पहाड़ों पर अभी बर्फबारी की संभावना, पर्यटकों व स्थानीय लोगों के लिए जारी की एडवाइजरी

Thursday, Jan 23, 2020 - 10:13 AM (IST)

शिमला/मनाली (ब्यूरो): हिमाचल के मैदानी क्षेत्रों में 28 जनवरी तक मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 27 जनवरी तक मौसम साफ रहेगा। बर्फ बारी के कारण 198 सड़कों पर आवाजाही अब भी ठप्प है और बस सेवा न चलने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा सड़कें शिमला और चम्बा जिलों में बंद हैं। मौसम विभाग ने पर्वतीय इलाकों में 24 व 25 जनवरी को एक बार बर्फबारी का अंदेशा जताया है, जबकि मैदानी भागों में मौसम के साफ रहने का अनुमान है। मौसम केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटों व 23 जनवरी को पूरे प्रदेश में मौसम साफ  रहेगा। 24 व 25 जनवरी को पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। 26, 27 व 28 जनवरी को मैदानी इलाकों में धूप खिली रहेगी।

शिमला पुलिस की एडवाइजरी, रास्तों में अभी फिसलन 

शिमला पुलिस ने शिमला में पर्यटकों व स्थानीय लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है कि कुफरी, खड़ापत्थर व मशोबरा के लिए मार्ग तो खुल गए हैं, लेकिन मार्गों पर अधिक फिसलन है, जिससे वाहन स्किड हो सकते हैं। ऐसे में सुबह व देर शाम को वाहन न ले जाएं और दिन में ही सफर करें।

मरीज दिनभर देखते रहे चौपर की राह

उधर लाहौल में बीमार लोगों के रिश्तेदार दिन भर उम्मीद के साथ हैलीपैड में बैठे रहे, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली। प्रदेश सरकार ने आज हवाई सेवा शुरू की। चौपर ने पहली उड़ान किलाड़ के लिए भरी। किलाड़ से मरीजों को लेकर चौपर चम्बा पहुंचा और फिर वहां से किलाड़ के लिए उड़ान भरी। अंतिम उड़ान किलाड़ से भुंतर के लिए हुई। छोगजिंग गांव की दवा डोलमा को ग्रामीणों ने पीठ पर उठाकर चौखंग हैलीपैड पहुंचाया था। लोगों को उम्मीद थी कि किलाड़ से वापस लौटते समय चौपर चौखंग से तो मरीज को ले ही जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अन्य मरीजों की तरह छोगजिंग की डोलमा दवा के रिश्तेदारों को भी निराशा ही मिली। 

आज स्तींगरी, बारिंग रावा व जिस्पा के लिए होंगी उड़ानें

उड़ान प्रभारी अशोक ने बताया कि आज भुंतर से किलाड़, किलाड़ से चम्बा, चम्बा से किलाड़ व किलाड़ से भुंतर के लिए उड़ान हुई है। उन्होंने बताया कि वीरवार को भुंतर से स्तींगरी, दूसरी भुंतर से बारिंग रावा तथा तीसरी भुंतर से जिस्पा के लिए उड़ान होगी। 

लाहौल से गायब अधिकारियों का मुद्दा गर्माया

उधर जनजातीय जिला लाहौल में सर्दियों में सरकारी कार्यालयों से अधिकारियों के नदारद होने का मामला अब तूल पकड़ गया है। लाहौल-स्पीति से जहां गत एक माह से 187 सरकारी कर्मचारी जिला से बाहर चल रहे हैं। वहीं, स्पीति घाटी में हालात और भी खराब हो गए हैं। यहां पी.डब्ल्यू.डी. विभाग के कार्यालयों से आलाधिकारियों के नदारद रहने का खमियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। जिला में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता के अलावा 3 एस.डी.ओ. भी जिला से बाहर चल रहे हैं, ऐसे में स्पीति घाटी के अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें अभी तक बहाल नहीं हो पाई हैं। 

सभी डी.सी. से मांगी रिपोर्ट : ओंकार चंद शर्मा

बता दें कि राज्य के दुर्गम एवं मध्यम पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी से करीब 125 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। इसमें से अधिकतर नुक्सान पी.डब्ल्यू.डी., आई.पी.एच. और बिजली बोर्ड को पहुंचा है।  प्रधान सचिव जनजातीय विकास, कृषि एवं राजस्व ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि वीडियो कांफ्रैंस के माध्यम से बर्फबारी से हुए नुक्सान को लेकर सभी डी.सी. से रिपोर्ट मांगी गई है।  सभी डी.सी. को 15 मार्च तक जिला आपदा प्रबंधन योजना अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को इंडिया डिजास्टर रिसोर्स नैटवर्क में नियमित रूप से प्रविष्टियां करने के निर्देश दिए गए हैं।  

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Simpy Khanna