जलरक्षक, पंप ऑप्रेटर्स की भर्ती सवालों के घेेरे में, अधिकारियों पर गिर सकती है गाज

Sunday, Jun 23, 2019 - 12:06 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): कांग्रेस कार्यकाल के दौरान वर्ष, 2006 में हुई 6,720 जलरक्षकों, पंप ऑप्रेटरों व फिटरों की भर्ती सवालों के घेरे में आ गई है। इस भर्ती प्रक्रिया में भर्ती एवं पदोन्नति नियमों को दरकिनार किया गया, जिसमें कुछ अनपढ़ों को भी नौकरी दिए जाने की बात कही गई है। भर्ती प्रक्रिया में हुई इस अनियमितता का खुलासा सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की तरफ गत दिन ली गई समीक्षा बैठक में हुआ, जिसमें जलरक्षकों, पंप ऑप्रेटरों व फिटरों को नियमित करने पर चर्चा हुई। अब नियमों को ताक पर रखकर की गई इस नियुक्ति को लेकर मंत्रिमंडल की 3 जुलाई को होने वाली बैठक में चर्चा होगी। 

ऐसे में यदि मंत्रिमंडल एकमुश्त छूट देकर भर्ती किए गए कर्मचारियों को राहत देती है तो उनकी नौकरी सलामत रहेगी। हालांकि भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। उल्लेखनीय है कि वर्ष, 2006 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय ये पद सृजित कर एडवरटाइज किए गए थे। इसमें भर्ती एवं पदोन्नति नियमों की पूरी तरह से अनदेखी हुई, जिसमें कुछ अनपढ़ों तक को नौकरी दी गई। जलरक्षक संघ के पदाधिकारियों के मुख्यमंत्री व आई.पी.एच. मंत्री से मिलने के बाद सरकार की तरफ से मामले की फाइल खोली गई। मामले पर विचार करने के बाद अब सरकार यह निर्णय लेगी कि इस मामले में एकमुश्त राहत देनी है या नहीं।

एस.डी.ओ. की अध्यक्षता वाली कमेटी ने लिए साक्षात्कार

सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जलरक्षक, पंप ऑप्रेटर व फिटरों के साक्षात्कार एस.डी.ओ. की अध्यक्षता वाली कमेटी ने लिए थे। कनिष्ठ अभियंता तथा संबंधित पंचायत प्रधान भी कमेटी का हिस्सा थे, जिन पर गाज गिर सकती है।

धर्मशाला सर्कल में हुई सबसे अधिक भर्ती

वर्ष, 2006 में 6,720 जलरक्षक, पंप ऑप्रेटर व फिटरों की भर्ती हुई थी। इनमें सबसे अधिक संख्या में भर्ती धर्मशाला सर्कल में की गई। यहां से करीब 1,652 की भर्ती की गई। इसके अलावा सुंदरनगर में 544, सोलन में 566, नूरपुर में 245, हमीरपुर में 673 व नाहन में 348 भर्ती हुई है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 1 अप्रैल से जलरक्षकों को 3,100 रुपए तथा पंप ऑप्रेटरों व फिटरों को 4,000 रुपए प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है।

भर्ती में सामने आईं अनियमितताएं: महेंद्र सिंह

सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं सामने आने की पुष्टि की है। इस मामले को लेकर मंत्रिमंडल की 3 जुलाई को होने वाली बैठक में चर्चा होगी।

Ekta