BJP चार्जशीट के आधार पर खुली ऑक्सीजन गैस सिलैंडर घोटाले की विजीलैंस जांच

Tuesday, Dec 04, 2018 - 11:28 PM (IST)

शिमला (राक्टा): भाजपा चार्जशीट के आधार पर विजीलैंस ने ऑक्सीजन गैस सिलैंडर सप्लाई से जुड़े आरोपों की तह खंगालना शुरू कर दिया है। भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए पूर्व वीरभद्र सरकार के खिलाफ तैयार की गई चार्जशीट में इस मामले को जोर-शोर से उठाया है। इसके साथ ही विपक्ष में रहते हुए भाजपा विधायकों ने पूर्व सरकार को इस मामले में सदन में भी घेरने के प्रयास किए थे।

भाजपा ने चार्जशीट में किया है ये उल्लेख

भाजपा ने चार्जशीट में उल्लेख किया है कि वर्ष 2014 में आई.जी.एम.सी. एवं इसके सहायक अस्पतालों में 150 सी.यू.एम. प्रति घंटा क्षमता से मैडीकल ऑक्सीजन के निर्माण तथा सप्लाई के लिए एयर सेपरेशन यूनिट स्थापित करने के लिए टैंडर बुलाए गए जबकि इसके लिए ई-टैंडरिंग नहीं की गई। आरोप हैं कि पुराने तरीके से टैंडर प्रक्रिया को इसलिए प्रयोग किया कि एक मात्र कंपनी को फायदा पहुंचे। इसके साथ ही ऑक्सीजन गैस सिलैंडर के रेट को लेकर भी चार्जशीट में सवाल खड़े किए हैं, ऐसे में जांच एजैंसी ने सभी आरोपों की तह खंगालना शुरू कर दिया है।

कई मामलों की जांच कर रही एजैंसी

विजीलैंस भाजपा चार्जशीट के आधार पर कई मामलों की जांच कर रही है। इनमें सहकारी बैंकों में हुई भर्तियां, गोल्डन रिफाइनरी को रियायत देने, बीवरेज कार्पोरेशन सहित अन्य मामले शामिल हैं।

ठंडे बस्ते में कांग्रेस चार्जशीट

सत्ता परिवर्तन के बाद प्रदेश में कांग्रेस चार्जशीट के आधार पर चल रहे मामलों की जांच ठंडे बस्ते में पड़ गई है। इसके साथ ही आधा दर्जन के करीब मामलों की जांच बंद करने का भी निर्णय लिया जा चुका है।

Vijay