सैनिटाइजर घोटाला : सचिवालय पहुंची विजीलैंस टीम, कब्जे में लिया अहम रिकॉर्ड

Thursday, May 14, 2020 - 10:32 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश सचिवालय से जुड़े सैनिटाइजर घोटाले में स्टेट विजीलैंस ने रिकॉर्ड कब्जे में लिया है। विजीलैंस की एक टीम ने वीरवार को सचिवालय पहुंच कर मामले से जुड़ा अहम रिकॉर्ड कब्जे में लिया। सूचना के अनुसार जांच एजैंसी ने सचिवालय प्रशासनिक विभाग (एसएडी) से सैनिटाइजर की खरीद को लेकर हुए टैंडर, आबंटन से लेकर सप्लाई ऑर्डर का रिकॉर्ड लिया, ऐसे में अब जांच को आगे बढ़ाते हुए पूछताछ की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। इसके तहत सप्लायर से लेकर कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों से भी पूछताछ कर बयान दर्ज किए जाएंगे।

जांच की जद्द में आएंगे कई चेहरे

सूत्रों की मानें को इस मामले में कई तथ्य विभागीय जांच में पहले ही सामने आ चुके हैं, ऐसे मेंमहंगे सैनिटाइजर की खरीद से लेकर सप्लाई के खेल में शामिल होने वालों पर जल्द शिकंजा कस सकता है। एसएडी की रिपोर्ट के आधार पर ही विजीलैंस ने मामला दर्ज किया है। हालांकि एफआईआर में अभी सप्लायर को ही नामजद करते हुए धोखाधड़ी व जालसाजी का मामला दर्ज किया है। सूत्रों की मानें तो इस मामले की जांच की जद्द में कई चेहरे आएंगे और किस-किस की संलिप्तता है, उसका जल्द पर्दाफाश होगा।

बिना वैध लाइसैंस के कैसे दे दिया टैंडर

आरोप ये भी लगे हैं कि बिना वैध लाइसैंस के ही सैनिटाइजर की आपूर्ति कर दी गई, जबकि सैनिटाइजर की सप्लाई करने के लिए ड्रग्स एंड कॉस्मैटिक्स एक्ट के तहत लाइसैंस होना आवश्यक है, ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि टैंडर आबंटन के दौरान सभी दस्तावेजों की पड़ताल करते हुए गाइडलाइन को पूरी तरह से क्यों फॉलो नहीं किया। इसी का परिणाम है कि आपसी मिलीभगत से ही महंगे दामों में सैनिटाइजर खरीद का ताना-बाना बुनने के आरोप लग रहे हैं।

Vijay