कम पानी इस्तेमाल करने वालों को मुफ्त मिलेगा पानी
Wednesday, Aug 07, 2019 - 12:53 PM (IST)
शिमला (देवेंद्र हेटा): सूबे के प्रत्येक घर के नल में पानी मिलने के बाद वाटर-बिल तीन स्लैब में आएगा। पानी की बचत के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार कम इस्तेमाल करने पर मुफ्त में जल देगी। राज्य मंत्रिमंडल प्रत्येक माह के लिए पानी की मात्रा तय करेगी। सरकार द्वारा तय मात्रा के मुताबिक जो व्यक्ति पहले स्लैब में कम पानी इस्तेमाल करेगा, उसे मुफ्त में पानी मिलता रहेगा। दूसरे स्लैब में तय मात्रा के हिसाब से पानी प्रयोग करने वाले उपभोक्ताओं को हर महीने बिल भरना होगा। दूसरे स्लैब में पानी की दरें बहुत अधिक नहीं होंगी। तीसरा स्लैब पानी का अत्यधिक इस्तेमाल करने वालों के लिए तय किया जाएगा। ऐसे उपभोक्ताओं को हर महीने पानी के भारी-भरकम बिल देने होंगे।
सरकार का दावा है कि कुछ महीनों में सभी घरों में नल लग जाएंगे और इनमें पानी आना शुरू हो जाएगा। इससे पहले मंत्रिमंडल तय करेगी कि हर महीने उपभोक्ताओं को कितना पानी मुफ्त में दिया जाए? दूसरे व तीसरे स्लैब में पानी की मात्रा व दाम क्या रखा जाए? पानी के व्यावसायिक इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं के लिए अलग से दाम तय होंगे। वर्तमान में पानी के घरेलू व व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए एक समान दरे हैं। इन दरों में हर साल 10 फीसदी बढ़ौतरी का प्रावधान है।
पानी के स्लैब तय करने से पहले सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक घर में मीटर लगाना अनिवार्य कर दिया है। सरकार का दावा है कि प्रत्येक घर में नल व जल सुनिश्चित करते वक्त मीटर लगाया जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कौन-सा उपभोक्ता कितना पानी इस्तेमाल कर रहा है। इसके बगैर पानी की मात्रा के हिसाब से बिलिंग व्यवस्था लागू नहीं की जा सकती है। प्रदेश में अभी 90 फीसदी पेयजल उपभोक्ताओं के घरों पर मीटर की व्यवस्था नहीं है।
प्रदेश में अभी भी 20,200 बस्तियां पानी के बगैर
प्रदेश में साल 2011 की जनगणना के मुताबिक 53,604 बस्तियां हैं। इनमें से लगभग 20,200 बस्तियों में पेयजल की व्यवस्था नहीं है या बहुत कम मात्रा में लोगों को पानी मिल पा रहा है। खासकर गर्मियों के दौरान लोगों को भयंकर पेयजल संकट से जूझना पड़ता है। ऐसी सभी बस्तियों व घरों को अब नल में पानी की सुविधा दी जाएगी।