यूनेस्को टीम ने किया कालका से शिमला रेल ट्रैक का निरीक्षण, भाप इंजन में बैठ कर किया सफ़र

Thursday, Dec 12, 2019 - 01:35 PM (IST)

शिमला (तिलक): विश्व धरोहर कालका शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक को भारतीय रेलवे द्वारा किस तरह से सहेज कर रखा जा रहा है इसका जायजा लेने के लिए आज यूनेस्को की टीम शिमला रेलवे स्टेशन पहुंची। टीम में यूनेस्को की तरफ से दो सदस्य शामिल रहे।  इस दौरान उन्होंने ट्रैक के रखरखाव के साथ ही यहां रखी गयी सभी हेरिटेज मशीनरी और अन्य सभी तरह के चीजों को देखा और उनके बारे में अधिकारियों से जानकारी ली।यूनेस्को की टीम बुधवार दोपहर 3 बकजर 10 मिनट पर कालका से शिमला रेलवे स्टेशन झरोखा कोच से सफर कर आए।

 शिमला पहुंचते ही टीम ने शिमला स्टेशन व रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम के साथ शिमला स्टेशन के स्टेशन मास्टर सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे, जिन्होंने उन्हें अन्य जानकारियों से भी अवगत करवाया। इस दौरान टीम को स्टीम इंजन चलाकर भी दिखाया गया। इस स्टीम इंजन को शिमला स्टेशन से शिमला एक्सटैंशन (बाबा भलखू संग्रहालय) तक चलाया। इसके बाद टीम ने संग्रहालय का भी निरीक्षण किया।

 टीम का शिमला दौरे पर आने का मकसद स्टीम इंजन की कार्य क्षमता को जांचना व रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करना अहम था। टीम द्वारा विश्व धरोहर को उसी स्वरूप में कायम रखा गया और इसके उचित रखरखाव के लिए क्या-क्या नए कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर भी विचार-विमर्श किया। टीम ने शिमला-कालका तक पूरे ट्रैक, टनल और स्टेशनों की विस्तृत जानकारी भी हासिल की। टीम ने नैरोगेज ट्रैक पर किस तरह वर्तमान स्पीड बढ़ाने को लेकर निरीक्षण किया, किस प्रकार 5 घंटे का सफर 3 घंटे में पूरा किया जाए, लेकिन अभी इसको लेकर अनिश्चितता ही बनी हुई है। इस ट्रैक पर 1 साल पूर्व भी ट्रायल हो चुका है जो सफल नहीं हो पाया था।

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Simpy Khanna