टमाटर खरीद के लिए खेतों में पहुंचने लगे व्यापारी, किसानों के चेहरों पर लौटी रौनक

Thursday, Jul 18, 2019 - 01:20 PM (IST)

गोहर (ख्याली राम): मैदानी इलाकों में टमाटर की फसल का सीजन सिमट जाने से पहाड़ों के किसानों के चेहरे पर टमाटर की खेती नई रंगत ले आई है। जिला के गोहर और बल्ह क्षेत्र में टमाटर की फसल ने तेजी पकड़ ली है और टमाटर के दामों में इतना उछाल आया है कि हिम सोना वैरायटी का प्रति क्रेट 900 पार पहुंच गया है। क्षेत्रों में व्यापारियों की आमद बढ़ते ही अन्य किस्म के हाईब्रिड टमाटर के दाम में भी भारी उछाल देखा गया है। सीजन के शुरूआती दौर में कुछ किसानों को अच्छे दाम मिल रहे थे।  

पहले दौर में किसानों को 700 रुपए प्रति क्रेट का दाम मिला था, लेकिन चंद समय में किसानों को उसी माल का दाम 150 से 200 रुपए तक सिमट गया था। फसल के दाम में धीरे-धीरे से आई वृद्धि से किसानों को 3 से 4 सौ का भाव मिल रहा था, वहीं हाईब्रिड टमाटर की फसल 600 रुपए प्रति क्रेट बिक रही है, परंतु बाहरी राज्यों में हिम सोना किस्म के टमाटर की बढ़ती मांग ने किसानों के बारे-न्यारे कर दिए हैं। हिम सोना किस्म के टमाटर के बाजार में रखते ही 3 गुना अधिक की मुंहमांगी कीमत पर हाथों-हाथ बिक रहा है। 

चिल्लर टमाटर के भी खुले भाग्य 

एकाएक टमाटर की कीमतों में आई तेजी के कारण चिल्लर टमाटर की किस्मत भी जाग गई है, जिन्हें किसान न बिकने की सूरत में नालों में फैंक देते थे। किसानों को आज उनके भी 10 से 12 रुपए तक के दाम मिल रहे हैं। इस उतार-चढ़ाव को देखकर जहां किसानों के चेहरे पर चमक दिखाई दी, वहीं रसोई के लिए टमाटर खरीदने वाले ग्राहकों में महंगाई का असर नजर आया।

सड़क किनारे ही बिक रहा 25 से 35 रुपए किलो

बाजार तो दूर, टमाटर की बढ़ती मांग के कारण सड़क किनारे ही टमाटर 15 की बजाय अब 25 से 35 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहा है। सब्जी मंडी के आढ़तियों हीर सिंह सैनी, नंद लाल सैनी, परमा सैनी, महेंद्र पाल शर्मा, चिंत राम डोगरा, देविंद्र कुमार व खेम सिंह सैनी का कहना है कि यहां की सब्जी मंडी में पंजाब, जम्मू, हरियाणा, दिल्ली, लुधियाना, अमृतसर व जालंधर सहित बाहरी राज्यों की मंडियों से थोक में टमाटर की खरीदी करने वाले व्यापारियों के पहुंचने से कीमत में एक बार फिर उछाल आया है। 200 से 300 रुपए प्रतिभार बिकने वाला विभिन्न किस्म का हाईब्रिड टमाटर वर्तमान में सब्जी मंडी में 550 से 600 रुपए की दर पर बेचा जा रहा था। दरअसल इससे पहले लोकल व्यापारी ही थोक टमाटर की खरीदी करने पहुंच रहे थे पर अब यहां के टमाटर की मांग बाहरी राज्यों में बढ़ने से यहां के किसानों को भी इसका सीधा लाभ मिलने लगा है। 

Ekta