गर्मी की दस्तक से पर्यटकों ने किया पहाड़ों का रुख, ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए प्लान तैयार

Tuesday, May 28, 2019 - 05:15 PM (IST)

शिमला (योगराज): देश के मैदानी क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने से पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख कर लिया है। राजधानी शिमला में लगातार बाहरी राज्यों से पर्यटक घूमने पहुंच रहे हैं। पर्यटकों की भीड़ की वजह से शिमला में जाम की समस्या भी विकराल हो गई है। हर रोज के भारी जाम से जहां स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं शिमला घूमने पहुंच रहे पर्यटक भी कई घंटे जाम में फंस रहे हैं। पर्यटकों ने बताया कि शिमला-मनाली दोनों ही पर्यटन स्थलों में उन्हें कई घंटे जाम में बिताने पड़े। जिसकी वजह से उनका समय बर्बाद होने से कई दूसरे पर्यटन स्थलों को देखे बिना ही उन्हें वापिस लौटना पड़ रहा है। सरकार को जाम की समस्या की तरफ थोड़ा ध्यान देने की जरुरत है। पर्यटन सीजन को देखते हुए शिमला जिला प्रशासन ने जाम से निपटने के लिए कई कदम उठाने का फैसला लिया है जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ज्यादा परेशानी न उठानी पड़े।

जिला उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बताया कि जाम से निपटने के लिए बीते रोज की गई सभी सम्बंधित विभागों से मीटिंग में नो पार्किंग,युटर्न ,जेबरा क्रासिंग के साइन बोर्ड की कमी का मामला साम्मने आया है जिसको लेकर जिला प्रशासन ने नए साइन बोर्ड लगाने का फैसला लिया है। कार्ट रोड में फ्रूट वेंडर की वजह से ट्रैफिक जाम न लगे इसको लेकर भी नगर निगम शिमला कार्ट रोड का निरीक्षण करेगी फल विक्रताओ को निर्देश देगी। इसके अलावा शहर में सडको की सड़को वन्ही जिला उपायुक्त ने बताया कि इस बार पिछली बार की तरह पानी की कोई भी समस्या नही है।

शिमला जल प्रबंधन निगम ने प्रशासन को अवगत करवाया है कि शहर में स्थानीय लोगों और पर्यटकों को इस बार पानी की किसी तरह को कमी नहीं रहेगी। सरकार के मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने भी पर्यटन सीजन को देखते हुए 1 जून को सम्बंधित विभागों की मीटिंग बुलाई है जिसमे पर्यटन सीजन में सरकार की तेयारियो को लेकर चर्चा की जाएगी। ट्रैफिक जाम कि समस्या को लेकर प्रशासन व्यापक कदम उठा रहा है। स्मार्ट सिटी शिमला में जाम की समस्या पिछले कई वर्षो से लगातार बढ़ ही रही है। सरकार के ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के कदम नाकाफी ही रहे है। शिमला शहर में हर रोज लोगों को जाम समस्या से परेशान होना पड़ता है। सरकार को इस ओर कोई पुख्ता योजना बनानी की जरुरत है तभी शिमला सही मायने में स्मार्ट सिटी बन सकती है।

Ekta