तत्तापानी में Tourism डिवेलप करने के लिए आए तीन प्रोजेक्ट, जमीन की कमी आ रही आड़े
Saturday, Jan 18, 2020 - 11:20 AM (IST)
करसोग (धर्मवीर) : मकर सक्रांति पर एक ही बर्तन में तैयार 1995 किलो खिचड़ी गिनीज बुक में दर्ज होने से विश्व भर में सुर्खियों में छाए प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल तत्तापानी में और अधिक टूरिज्म गतिविधियों को विकसित करने में अब जमीन की कमी आड़े आ रही है। तत्तापानी में टूरिज्म विकसित करने को सरकार के पास दो तीन कंपनियों से प्रोजेक्ट लगाने के भी ऑफर आए है, लेकिन यहां जरूरत के मुताबिक जमीन उपलब्ध होने से योजना अभी सिरे नहीं चढ़ पा रही है। इससे टूरिज्म प्रमोट करने की दिशा में कदम बढ़ा रही सरकार भी उलझन में फंस गई है।
जाहिर है कि जब तक प्रोजेक्ट के लिए जरूरी जमीन नही मिलती तत्तापानी में टूरिज्म को बुलंदियों के शिखर तक ले जाना मुमकिन नहीं दिखा रहा है। हालांकि तत्तापानी में सरकार वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां शुरू करने की दिशा में जरूर आगे बढ़ी है। इसे अप्रैल और मई में और अधिक प्रमोट करने की भी तैयारी चल रही है। जिला स्तरीय मकर सक्रांति उत्सव के दौरान खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तत्तापानी में इस बात को कह चुके हैं।
सरकार सपने स्तर पर भी करेगी प्रयास
टूरिज्म विकसित करने को जब तक प्रॉपर तत्तापानी में पर्याप्त जमीन उपलब्ध नहीं होती है, सरकार अपने स्तर पर भी प्रयास करने को तैयार है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि नई मंजिल नई राहें के तहत तत्तापानी में कैफेटेरिया के साथ के टॉयलेट को जोड़ा जाएगा। इसमें 3.50 करोड़ खर्च किए जाएंगे। ये टूरिज्म डिपार्टमेंट अपने स्तर पर तैयार करेगा। जयराम ठाकुर ने ये भी भरोसा दिलाया कि अगर तत्तापानी में उचित स्थान मिलता है तो टूरिज्म डिपार्टमेंट अपना प्रोजेक्ट लगाने को भी तैयार है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि जगह केवल तत्तापानी में ही उपलब्ध होनी चाहिए। अगर जमीन तत्तापानी से दूर या फिर दूसरे इलाके में मिले तो टूरिज्म को कोई इसका फायदा होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रॉपर तत्तापानी में ही पहले टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलप करने के लिए प्रयास कर रही है।