जयराम सरकार के जश्न का मंडी के इस गांव ने किया बहिष्कार, जानिए क्या है वजह

Friday, Dec 27, 2019 - 04:09 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): जहां एक तरफ हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार शिमला के रिज मैदान पर अपने 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर जश्न मना रही थी तो वहीं दूसरी ओर मंडी जिला के नाचन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत छात्तर के लोगों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर अपना रोष जताया। गांववासी पिछले कल वीरवार को लोक निर्माण विभाग के सब डिविजन धनोटू द्वारा केवल मात्र एक बिस्वा भूमि को खाली करवाने और रसूखदार को फायदा पहुंचाने के लिए की गई दादागिरी को लेकर सरकार व विभाग सेे खासे नाराज हैं। विभाग द्वारा एक गऊशाला व रिहायशी मकान सहित शौचालय को तोड़ा गया है। विभाग की इस तुगलकी कार्रवाई से आहत होकर स्थानीय पंचायत प्रधान, प्रभावित और गांववासियों ने शुक्रवार को सरकार के शिमला मेें आयोजित कार्यक्रम का बहिष्कार किया।

40 वर्षों से इस पुश्तैनी मकान में रह रहा था परिवार

विभाग ने एसडीएम सुुंदरनगर के आदेशों की पालना करते हुए कार्रवाई कर ठंड के इस मौसम मेें परिवार सहित पशुओं को भी सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। प्रभावित परिवार पिछले लगभग 40 वर्षों से इस पुश्तैनी मकान में रह रहा था। विभाग द्वारा अमल में लाई जा रही कार्रवाई के दौरान माहौल संवेदनशील रहा और प्रभावित विभागीय अधिकारियों व नाचन विधायक से उन्हें कुछ मौहलत देने की गुहार भी लगाते रहे लेकिन उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं था।

विभाग ने एसडीएम के आदेशों पर उखाड़ा मकान

बता दें कि पीडब्ल्यूडी विभाग धनोटू ने एसडीएम सुंदरनगर के न्यायालय में गंगा राम और जानकी देवी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश पब्लिक प्रोमिसिस एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया था। इसके अंतर्गत विभाग द्वारा एसडीएम सुंदरनगर के भूमि खाली करने के आदेश की अनुपालना करते हुए कार्रवाई अमल में लाई गई। ग्राम पंचायत जुगाहण की प्रधान मीना कुमारी ने कहा कि विभाग द्वारा गांव छात्तर में 2 कमरों का कच्चा मकान उखाड़ा गया है। उन्होंने कहा कि इस मकान में प्रभावित पिछले लगभग 40 वर्षों से रह रहे थे। परिवार में 3 छोटी-छोटी बच्चियां भी हैं लेकिन विभाग द्वारा मकान को तोड़कर इन्हें बेघर कर दिया गया है।

पंचायत में मात्र 2 गरीब लोगों को मिल पाए हैं मकान

उन्होंने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार हर गरीब को मकान देने की बाते करती है लेकिन यहांं पर गरीबों के आशियाने उजाड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पिछले 4 वर्ष के बतौर प्रधान कार्यकाल में पंचायत में मात्र 2 मकान गरीब लोगों को मिल पाए हैं। अगर इसी तरह से गरीबों के मकानों को तोड़ा जाएगा तो पीएम नरेंद्र मोदी का जरूरतमंद को घर देने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। प्रधान ने सरकार से सवाल किया है क्या पंचायत प्रधान के पास इतना भी हक नहीं है कि गरीब लोगों को मकान की सुविधा दे सके।

...तो सरकार को एक-एक वोट के लिए तरसना पड़ेगा

उन्होंने कहा कि अगर इस तरह जनता के साथ खिलवाड़ होता रहा तो लोग आने वाले समय में सरकार के खिलाफ खड़े हो जाएंगे और सरकार को एक-एक वोट के लिए तरसना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज जयराम सरकार के 2 वर्ष पूरे हुए हैं, जिसके लिए पंचायत के लोगों की एक बस शिमला जाने वाली थी लेकिन गरीब लोगों का मकान तोडऩे के बाद सभी ने सरकार के कार्यक्रम में शामिल न होने का फैसला लिया है।

Vijay