जन्नत से कम नहीं है हिमाचल का ये गांव, पर्यटकों के लिए बना नया रुझान, हरियाली, झरना और जन्नत सा सुकून
punjabkesari.in Thursday, May 22, 2025 - 12:32 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में अब फिर से रौनक लौटने लगी है, लेकिन इस बार पर्यटकों का रुझान थोड़ा बदल गया है. अब भीड़-भाड़ से दूर, शांत और प्राकृतिक नज़ारों वाली जगहों की तलाश में सैलानी मुख्यधारा के पर्यटन स्थलों से हटकर ऑफबीट लोकेशंन की ओर जा रहे हैं. ऐसी ही एक ख़ूबसूरत जगह है कुल्लू जिले की बंजार घाटी में स्थित जीभी गांव, जहाँ इन दिनों पर्यटकों का तांता लगा हुआ है।
बंजार घाटी का एक छिपा हुआ रत्न: जीभी
मनाली जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के अलावा, अब पर्यटक बंजार घाटी में बसे जीभी को भी अपना ठिकाना बना रहे हैं. बंजार बाज़ार से लगभग 8 से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह छोटा सा गांव अपने शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. यहाँ चारों ओर फैले देवदार के घने पेड़, स्थानीय शैली के पारंपरिक होम स्टे और पहाड़ियों का अनुपम दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है. सुबह की ठंडी हवा, पक्षियों का चहचहाना और बहते पानी की कलकल, जीभी को प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है. शहरी जीवन की आपाधापी से दूर, यहाँ आकर पर्यटक वास्तविक शांति और सुकून का अनुभव करते हैं.
जीभी वाटरफॉल: प्रकृति का एक अनमोल उपहार
जीभी की सबसे खास जगहों में से एक है जीभी वाटरफॉल, जो इस गांव की सबसे प्रसिद्ध प्राकृतिक सुंदरताओं में से है. वाटरफॉल तक पहुँचने का छोटा सा ट्रैक जंगल के बीच से होकर गुजरता है, जहाँ हरियाली और ताजगी से भरपूर वातावरण मिलता है. इस छोटे से ट्रेक के दौरान पर्यटक प्रकृति के करीब होने का अनुभव करते हैं. रास्ते में तरह-तरह के पेड़-पौधे और जंगली फूल दिखते हैं. सिर्फ 20 रुपये की मामूली एंट्री फीस में आप इस वाटरफॉल की ठंडी बूंदों और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं. वाटरफॉल के पास बैठकर घंटों प्रकृति की गोद में समय बिताना एक अविस्मरणीय अनुभव होता है. यहाँ की ताज़ी हवा और पानी की कलकल ध्वनि मन को शांति प्रदान करती है.
स्थानीय संस्कृति और हस्तशिल्प से परिचय
वाटरफॉल के पास समय बिताने के साथ-साथ आप स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पाले गए प्यारे खरगोशों के साथ तस्वीरें खिंचवाकर एक अनोखा अनुभव भी पा सकते हैं. यह बच्चों और बड़ों, दोनों के लिए एक सुखद अनुभव होता है. वहीं, वाटरफॉल के प्रवेश द्वार के बाहर, ग्रामीण महिलाएं और युवक अपने हाथों से बनाए गए हैंडमेड फ्लावर, फ्रिज मैग्नेट और स्थानीय पेंटिंग्स बेचते हैं. ये हस्तशिल्प न केवल पर्यटकों को एक यादगार तोहफा देते हैं, बल्कि गांववासियों के लिए एक अच्छा रोजगार का साधन भी बन गए हैं. इन उत्पादों को खरीदकर पर्यटक सीधे तौर पर स्थानीय अर्थव्यवस्था को समर्थन देते हैं और स्थानीय कला व संस्कृति को बढ़ावा देते हैं.
जीभी: सुकून और संस्कृति का संगम
जीभी न केवल एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है, बल्कि यह स्थान आपको हिमाचल के ग्रामीण जीवन, उनकी मेहनत, कला और आत्मीयता से भी परिचित कराता है. यहाँ की शांति, हरियाली और लोकसंस्कृति का अनुभव किसी आध्यात्मिक यात्रा से कम नहीं लगता. जीभी आपको सिर्फ घूमने का मौका नहीं देता, बल्कि आपको एक ऐसे अनुभव से जोड़ता है जहाँ आप खुद को प्रकृति और स्थानीय जीवनशैली के करीब पाते हैं. यह उन लोगों के लिए एकदम सही जगह है जो भीड़-भाड़ से दूर हटकर, प्रकृति की गोद में कुछ सुकून के पल बिताना चाहते हैं और स्थानीय संस्कृति को करीब से जानना चाहते हैं।