Chamba: भारत के सबसे जहरीले सांपों में से एक है ये सांप, बिस्तर में घुसकर मारता है डंक
punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2024 - 06:23 PM (IST)
चम्बा (काकू चौहान): कॉमन करैत भारत में पाए जाने वाले सबसे जहरीले सांपों में से एक है। जिला चम्बा के लगभग सभी क्षेत्रों में यह सांप पाया जाता है। इसे साइलैंट किलर के नाम से भी जाना जाता है। यह सांप दिन के समय सुस्त रहता है और रात को शिकार के लिए सक्रिय हो जाता है। यह ठंडे खून वाला सांप है। इंसानी शरीर की गर्मी इसे आकर्षित करती है। गर्मी लेने के लिए यह सो रहे इंसान तक पहुंच जाता है। बिस्तर में सोते हुए इंसान को काट लेता है। इस दौरान अंगुली या कान को अपना भोजन समझकर निगलने की कोशिश करता है। कई स्थिति में इंसान करवट लेता है तो यह गर्दन पर भी काट लेता है। इसके दांत काफी छोटे होते हैं। इस कारण काटने पर भी दर्द नहीं होता और इंसान की नींद नहीं खुल पाती तथा वह दम तोड़ देता है। इस वर्ष जिला मुख्यालय चम्बा व आसपास के क्षेत्रों में इस प्रजाति के आधा दर्जन से अधिक सांप रैस्क्यू किए गए हैं। यह बात स्नैकमैन सैम जॉय ने पंजाब केसरी के साथ खास बातचीत में कही।
सितम्बर व अक्तूबर महीने में ज्यादा एक्टिव होते हैं सांप
सैम जॉय ने बताया कि सितम्बर व अक्तूबर महीने में सांप ज्यादा एक्टिव होते हैं। इस दौरान वे अपने भोजन के लिए घरों में घुस जाते हैं। उन्हाेंने बताया कि मुगला में महिला की मौत कॉमन करैत के काटने से हुई है। इससे पहले 30 जुलाई को सुल्तानपुर में एक व्यक्ति को कॉमन करैत ने डस लिया था, लेकिन समय रहते उसे अस्पताल पहुंचा दिया गया। इससे उसकी जान बच गई। यही नहीं इस वर्ष चम्बा में कॉमन करैत के डसने के 5 से 6 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से अधिकतर को उन्हाेंने रैस्क्यू किया है। सैम जॉय को स्नेकमैन के नाम से भी जाना जाता है। चम्बा के कश्मीरी मोहल्ला निवासी सैम अब तक साढ़े 4 हजार से अधिक सांप पकड़ चुके हैं। जिले में जब कहीं भी सांप निकलता है तो उन्हें बुलाया जाता है।
सांप के डसने के लक्षण
पेट में दर्द होना।
छाती में जलन।
गले में जकड़न।
पलकें नीचे की ओर गिरना।
सर्पदंश की जगह पर जलन।
ऐसे करें बचाव
दरवाजे के नीचे ज्यादा जगह न रहने दें।
घर में चूहे आदि के सुराख हैं तो उन्हें बंद कर दें।
मच्छरदानी लगाकर सोएं।
क्या कहते हैं सीएमओ डाॅ. बिपिन ठाकुर
सीएमओ डाॅ. बिपिन ठाकुर ने कहा कि सांप के काटने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में इलाज करवाएं। मरीज को एंटी स्नैक वैनम का टीका लगवाएं। जिले में पीएचसी स्तर पर एंटी स्नैक वैनम उपलब्ध हैं। टीका लगवाने से सर्पदंश के शिकार व्यक्ति को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सांप के काटने के बाद घबराएं नहीं। सांप के जहर से कम और डर के मारे ज्यादा लोगों की मौत होती है। सीएमओ ने बताया कि सभी सांप जहरीले नहीं होते हैं, लेकिन कुछ लोग सर्पदंश के बाद काफी घबरा जाते हैं और रिएक्शन के कारण ही दम तोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि जिला चम्बा के चूहन, मेल, खैरी आदि क्षेत्रों में सबसे ज्यादा जहरीले सांप पाए जाते हैं।
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