नबाही मंदिर में हुए घोटाले का मामला: आरोपी गिरफ्तार न किए तो दबाएंगे Nota

Wednesday, Mar 13, 2019 - 11:13 AM (IST)

सरकाघाट (महाजन): नबाही देवी मंदिर बचाओ संघर्ष समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष ललित जम्वाल की अध्यक्षता में बुधवार को हुई जिसे संबोधित करते हुए जम्वाल ने कहा कि आज से 3 वर्ष पूर्व 11 मार्च, 2016 को सी.आई.डी. ने मंदिर में हुए भ्रष्टाचार पर 3 अलग-अलग एफ .आई.आर. दर्ज की थीं लेकिन 3 वर्ष के बाद भी घोटालेबाज खुलेआम सड़कों पर घूम रहे हैं। समिति का कहना है कि अगर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे लोस चुनावों में नोटा दबाएंगे। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री विजय जसवाल ने कहा कि देवताओं के नाम पर पैसा ऐंठने वाले ऐसे आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे शीघ्र भेजना चाहिए। यदि सरकार यह सब नहीं करती है तो इससे समाज में गलत संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि हम दोनों ही दलों की सरकारों तथा कई केंद्रीय मंत्रियों व प्रदेश के सभी प्रमुख नेताओं के पास भ्रष्टाचार के सारे कागजातों सहित उपस्थित हुए लेकिन सब जगह से हमें निराशा ही हाथ लगी है।

मंदिरों में अगर भ्रष्टाचार है तो उठाएं आवाज

राजेंद्र सूर्यवंशी ने कहा कि यदि सरकाघाट प्रशासन, जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार इस मामले में कड़ा संज्ञान नहीं लेती है तो इस बार भी हम नोटा ही दबाएंगे और हम प्रदेश के लोगों से आग्रह करते हैं कि प्रदेश के लगभग सभी मंदिरों में जहां भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है उसकी आवाज उठाएं। ललित जम्वाल ने कहा कि न तो प्रशासन आय-व्यय का ब्यौरा दे रहा है और न ही लोकल एम.एल.ए. इस मामले में कुछ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि न तो मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है और न ही यहां भंडारे आदि की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक कि आरोपी जेल की सलाखों के पीछे नहीं चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय नेता या तो राजनीति छोड़ दें या नोटा का सामना करें।

मंदिर चढ़ावे से संबंधित बैंक कागजात कब्जे में लिए

बुुधवार को डी.एस.पी. सी.आई.डी. मंडी मनोज कुमार सरकाघाट आए और मंदिर चढ़ावे से संबंधित बैंक कागजात कब्जे में लिए। इस बात की पुष्टि समिति के अध्यक्ष ललित जम्वाल ने की है। डी.एस.पी. सी.आई.डी. मंडी मनोज कुमार का कहना है कि इस मामले में जांच चल रही है।

Ekta