Online Games से बर्बाद हो रहा युवाओं का भविष्य

Monday, Mar 11, 2019 - 12:59 PM (IST)

शिमला (अम्बादत्त): प्रदेश की युवा पीढ़ी आधुनिक दौर में ऑनलाइन गेम्ज की आदी हो रही है। आज की युवा पीढ़ी खाना-पीना छोड़ सकती है पर एक घंटा भी ऑनलाइन गेम खेलने के बिना नहीं रह सकती है। हिमाचल में लगभग 80 प्रतिशत युवक व युवतियां ऑनलाइन गेम्ज की आदी हो चुकी हैं। 5 से 50 साल के लोग अब मोबाइल में इस तरह चिपके हुए हैं जैसे मोबाइल से बैटरी जुड़ी हुई है। ऑनलाइन गेम्ज ने बच्चों को इस कदर जकड़ा है कि घर में यदि पूरा परिवार बैठा है तो उनसे बात करने के लिए बच्चों के पास कोई समय नहीं है। कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे रातभर मोबाइल पर ऑनलाइन पबजी, लूडो व वी चैट आदि खेलते रहते हैं। इंटरनैट के माध्यम से जिससे जो सूचना चाहिए, वह ले सकता है और जो नहीं चाहिए उसे वहीं छोड़ सकता है। आज के दौर में इंटरनैट का इस्तेमाल इतना बढ़ चुका है कि अगर एक दिन भी इंटरनैट का इस्तेमाल न करें तो लगता है कि जैसे कुछ छूट गया हो। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि आज की युवा पीढ़ी इंटरनैट की आदी हो चुकी है।

गेम खेली तो सूखेगा आंखों का पानी

चिकित्सकों ने यह भी तय कर दिया है कि अगर कोई मोबाइल पर गेम खेलेगा तो उसकी आंखों का पानी तक सूख जाएगा, जिसके कारण आंखों की रोशनी कम हो जाएगी। अभिभावकों को ध्यान रखना होगा कि जब भी बच्चा घर पर है तो उसको मोबाइल से दूर रखें। वरना छोटी उम्र में ही गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

मोबाइल पर गेम्ज खेलते रहते हैं नौजवान व बच्चे

इंटरनैट का आज की युवा पीड़ी पर बुरा असर साफ तौर पर देखा जा सकता है। नौजवान व बच्चे मोबाइलों पर तरह-तरह की गेम्ज खेलते रहते हैं। बच्चे पबजी, कैंडीक्रश, लुड़ो आदि गेम खेलने में व्यस्त रहते है। इन गेमो को खेलते समय बच्चे व नौजवान इतने गमगीन रहते है कि वह एक दूसरे को देखने तक भी पसंद नहीं करते। इसके अलावा गेमों की लत इस कदर बढ़ चुकी है कि रास्ते में चलते समय हुए व बसो, गाडिय़ों में बैठते हुए भी फोन पर गेम खेलने में मग्न रहते है। इसके चलते कई बच्चों को रास्ते में मोबाइल चलते समय ठोकरे भी लग चूकी है। कई बार तो सड़क पर गाड़ियों की चेपट के भी शिकार हो चूके लेकिन मोबाइल पर गेम खेलना नहीं छूट रहा है।

इंटरनैट के इस्तेमाल से युवा खेलकूद से हो रहे दूर

इंटरनैट से जहां लोगों को फायदे हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसके नुक्सान भी देखने को मिल रहे हैं। इंटरनैट का इस्तेमाल करने वाले युवा व बच्चे अक्सर मोबाइल फोन, लैपटॉप व कम्प्यूटर आदि पर चिपके रहते हैं। इसके कारण युवा व बच्चे खेलकूद व अन्य गतिविधियों से दूर होते जा रहे हैं।

Ekta