लगातार जारी है कोरोना से लड़ाई, न बरतें कोई ढिलाई : डीसी

Tuesday, Nov 03, 2020 - 05:59 PM (IST)

मंडी (पुरुषोत्तम शर्मा) : वैश्विक महामारी कोविड-19 से लगातार लड़ाई जारी है, ऐसे में जरूरी है कि कोरोना को हल्के में लेकर किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। कोरोना से हो रहे असामयिक निधन के दुःखद मामलों को रोकने के लिए प्रशासन बहुत गंभीर है और इसे लेकर सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने इसी संदर्भ में मंगलवार को मंडी जिला के संबंधित प्रशासनिक व स्वास्थ्य महकमे के आला-अधिकारियों की बुलाई बैठक में मंडी जिला में कोरोना के कारण हो रही असामयिक मौतों को रोकने के उपायों से जुड़े सभी पहलुओं पर गहन विचार किया गया। डीसी ने स्वास्थ्य विभाग को जिला में कोरोना संक्रमण के मामलों में रोगियों का उनकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुरूप अलग-अलग वर्गीकरण कर उपचार पर बल देने के निर्देश दिए। उन्होंने गंभीर रोगियों के स्वास्थ्य पर अतिरिक्त ध्यान देने को कहा।

जनता का समर्थन बेहद महत्वपूर्ण

डीसी ने कहा कि कोविड संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने और इसमें मृत्यु के खतरे को कम करने में सामुदायिक समर्थन बेहद महत्वपूर्ण है। कोविड से बचाव को लेकर अपनी जिम्मेदारी समझना और उसे ठीक से निभाना जरूरी है। यह जरूरी है कि कोरोना का कोई भी लक्षण दिखने पर उसे छुपाएं नहीं, बल्कि जांच कराएं और खुद को और परिवार को सुरक्षित बनाएं। तुरंत टैस्ट करवाएं, ताकि समय पर ईलाज से किसी भी प्रकार के खतरे को टाला जा सके

युवाओं की लापरवाही से संक्रमित हो रहे घर के बुजुर्ग

डीसी ने कहा कि विश्लेषण में ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं, जिनमें कोरोना से संक्रमित बुजुर्गों को कोरोना संक्रमण उनके घर के युवाओं की लापरवाही से हुआ। कोरोना का संक्रमण स्वास्थ्य व युवा वर्ग के लोगों की अपेक्षा बीमारी से ग्रसित अथवा बुजुर्गों को अधिक हानि पहुंचा रहा है, इसके दुखद परिणाम भी सामने आ रहे हैं। इसलिए उनका ज्यादा ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आवश्यक है कि होम आइसोलेशन का ईमानदारी से पालन किया जाए। यदि घर पर आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं है तो प्रशासन की ओर से उपलब्ध व्यवस्था का लाभ लें। जब भी बाहर निकलें तो मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें और घर पर भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। पहले से किन्ही बीमारियों से ग्रसित लोगों व बुजुर्गों के कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें चिकित्सकीय सुपरविजन में रखना अधिक हितकर है

बीमारों-बुजुर्गों का अधिक ध्यान रखने की जरूरत

बैठक में लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के प्रिंसिपल डॉ. आरसी ठाकुर ने कहा कि बुजुर्गों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्यगत समस्या पर तुरंत डॉक्टरी सहायता लें। अब तक कोरोना संक्रमण से जितनी भी मौतें हुई हैं, उनमें बुजुर्गों और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों की संख्या सर्वाधिक है। लोग कोरोना लक्षण आने पर भी डॉक्टर की मदद लेने में देर कर रहे हैं और इसीलिए स्थितियां बिगड़ रही हैं। अस्पताल में मरीजों के देरी से पहुंचने के कारण गंभीर मामलों में उन्हें बचा पाना मुश्किल हो जाता है। जरूरी है कि डॉक्टरी मदद लेने में देरी न करें। समय पर सही उपचार मिलने से बहुमूल्य जीवन बचाना संभव है।

नेरचौक अस्पताल में 90 फीसदी मरीज हुए ठीक

नेरचौक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीवानंद चौहान ने कहा कि अस्पताल में लाए गए सैंकड़ों बीमारों-बुजुर्गों ने समय पर ईलाज से कोरोना की जंग जीत ली है। नेरचौक अस्पताल में लाए गए करीब 90 फीसदी मरीज ठीक हुए हैं। कोरोना से स्वस्थ होने में दवाओं व देखभाल के साथ ही मरीज का अपना मनोबल भी काफी अहम भूमिका निभा रहा है। मंडी जिले की अगर बात करें तो यहां अनेकों उम्रदराज लोगों-बुजुर्गों-बीमारों ने समय पर उपचार, देखभाल व अपने मनोबल के दम पर कोरोना का जंग जीती है।

कोरोना के 495 एक्टिव मामले

मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डॉ. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि मंडी जिला में वर्तमान में कोरोना के 495 एक्टिव मामले हैं, इनमें से 435 होम आइसोलेशन में हैं। जिला में अब तक कुल 3080 मामले आए हैं। इनमें 43 की मौत हुई है।

डीसी की जनता से अपील

डीसी ने जनता से अपील करते हुए कोविड संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने में प्रशासन का सहयोग करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि मास्क लगाना, बार-बार हाथ धोना और 2 गज की दूरी जैसे सामान्य स्वास्थ्य उपायों का जिम्मेदार तरीके से अभ्यास करने से कोरोना संक्रमण से बचाव संभव है। बैठक में अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी श्रवण मांटा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश ठाकुर सहित प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

Rajneesh Himalian