शिमला रैली में पहुंचे लोगों की जेबों से निकले नशीले पदार्थों के पैकेट

Saturday, Dec 28, 2019 - 11:26 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): सरकार के 2 साल पूरे होने पर लोगों में कुछ इस तरह से खासा उत्साह देखने को मिला कि लोग अपनी जेबों से नशीले पदार्थों को निकालना ही भूल गए। लोगों को यह पता नहीं था कि रिज मैदान पर प्रवेश द्वारों पर चैकिंग भी होनी है। चैकिंग करने का पता लोगों को तभी चला जब प्रवेश द्वारा पर पुलिस ने एक-एक की तलाशी ली। इस दौरान पुलिस को लोगों के पास से कई प्रकार के नशीले पदार्थ बरामद हुए। नशीले पदार्थों में कुबेर, खैनी, बीडी, सिगरेट, लाइटर व माचीस आदि शामिल हैं। पुलिस के कर्मचारियों ने 4 स्थानों पर चैकिंग पोस्ट बनाई हुई थी। हर चैकिंग पोस्ट में लोगों की जेबों से नशीला पदार्थ निकाला। एक ओर जहां हिमाचल प्रदेश को धुआं रहित घोषित किया गया तथा ड्रग फ्री हिमाचल घोषित किया गया है, वहीं रैलियों में आए लोगों की जेबों से खूब नशीला पदार्थ मिला, जिससे रिज मैदान पर स्थापित 3-4 कूड़ेदान पूरी तरह से फुल हो गए। पुलिस ने रिज मैदान ही नहीं बल्कि शहर में भी कई लोगों की शक के आधार पर तलाशी ली।

राजधानी में प्रशासन की ओर से रैली का लाइव प्रसारण दिखाने के लिए शहर में विभिन्न स्थानों पर एल.ई.डी. स्क्रीनों को लगाया गया था, लेकिन इन स्क्रीनों पर सरकार के 2 साल का जश्र नहीं दिखाया गया। ढोल नगाड़ों के साथ रिज मैदान पहुंचे अप्पर शिमला के कार्यकत्र्ता : प्रदेश सरकार के 2 साल के जश्र के लिए अप्पर शिमला से कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों के साथ रिज मैदान पहुंचे। ऊपरी शिमला से किन्नौर, ठियोग, कुमारसैन, रोहड़ू, कोटखाई, चौपाल, जुब्बल व सुन्नी आदि से आए भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ढली से अपनी रैली निकाली। यह रैली ढली, संजौली, आई.जी.एम.सी. से होते हुए ऐतिहासिक रिज मैदान तक पहुंची। किन्नौर के कार्यकत्र्ताओं ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा व वाद्ययंत्र के साथ रैली निकाली।

लोकल बसें न चलने के कारण ढली मल्याणा बाईपास के लोग हुए परेशान : राजधानी में बसों की आवाजाही कम होने के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शिमला से अधिकतर बसें रैली के  लिए गई हुईं थी। इसमें सरकारी व निजी बसें शामिल थीं। बसों की तादाद कम होने के चलते लोगों को समय पर बसें नहीं मिल पाईं। जो छुटपुट बसें चल रहीं थी उन बसों में खड़े होने की भी गुंजाइश नहीं थी। खासकर ढली, भट्टाकुफर, मल्याणा बाईपास रोड में लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इन स्थानों से लोगों को शिमला पहुंचने के लिए घंटों बसों का इंतजार करना पड़ा। 

kirti