किन्नौर : खिमलोगा दर्रे से ट्रैकर का शव नहीं निकाल पाई टीम, घायल ट्रैकर सहित 3 पोर्टर रैस्क्यू

Tuesday, Sep 06, 2022 - 11:05 PM (IST)

रिकांगपिओ (रिपन): उत्तरकाशी से जिला किन्नौर के छितकुल के पास खिमलोगा दर्रे में फंसे घायल ट्रैकर व अन्य 3 पोर्टरों को मंगलवार को काफी मशक्कत के बाद छितकुल पहुंचाया गया। रैस्क्यू और बचाव दल में किन्नौर पुलिस की क्यूआरटी टीम, होमगार्ड, आईटीबीपी के जवान शामिल थे। खिमलोगा के पास राक्लाइमिंग करते हुए हाथ से रस्सी फिसलने के कारण दुर्घटना का शिकार हुए ट्रैकर के शव को घटनास्थल से निकालना असंभव हो गया है। बचाव एवं रैस्क्यू टीम ने मौके का मुआयना कर बताया कि चट्टानों के मध्य जोखिमपूर्ण स्थान पर शव फंसे होने के कारण वहां से शव निकालना मुश्किल है जबकि घायल ट्रैकर जिसके बाजू में फ्रैक्चर हुआ था, उसे भी बर्फीले रास्ते से होकर कड़ी मशक्कत के बाद किन्नौर जिला के छितकुल पहुंचाया गया। 

डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि गत दिनों खिमलोगा दर्रा को पार करते हुए घायल ट्रैकर सुब्रोतो बिसवास व 3 पोर्टर को आज पुलिस, आईटीबीपी व होमगार्ड के जवानों द्वारा सुरक्षित सांगला लाया गया, जहां सामुदायिक अस्पताल में घायल ट्रैकर सुब्रोतो बिसवास को प्राथमिक उपचार के उपरांत रामपुर के लिए रैफर किया गया है। उन्होंने कहा कि 3 पोर्टर भी रामपुर पहुंच गए हैं जबकि मृतक ट्रैकर (42) सुजाय डुले के शव को अभी नहीं लाया जा सका है। जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ को खोज में सहायता करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने बताया कि घायल ट्रैकर सुब्रोतो बिसवास को फौरी राहत के तौर पर 10 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई है।

उल्लेखनीय है कि 28 अगस्त एक ट्रैकिंग दल जिसमें 3 ट्रैकर व 6 पोर्टर उत्तराखंड के जिला उत्तरकाशी से खिमलोग पास होते हुए किन्नौर जिला के छितकुल के लिए ट्रैकिंग पर निकला था। शुक्रवार को खिमलोग पास में रोप रैपलिंग करते हुए एक ट्रैकर सुजॉय डुले के हाथ से रस्सी फिसलने के कारण नीचे गिर गया था, जिस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा ट्रैकर सुब्रोता विश्वास को हाथ में चोट लगी थी। 

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Content Writer

Vijay