Transfer के बावजूद भी गांव के स्कूलों में ज्वाइनिंग नहीं दे रहे शिक्षक

Sunday, Jun 16, 2019 - 06:04 PM (IST)

शिमला (अम्बादत): प्रदेश सरकार एक ओर से शिक्षा का स्तर बढ़ाने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर शिक्षक इसकी सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा गांव के स्कूलों में जिन शिक्षकों को भेज रही वह वहां पर जाने को तैयार नहीं है। ऐसा ही नजारा शिमला जिला के तहसील ठियोग के कंदरू पंचायत के नागजुब्बड़ स्कूल में देखने को मिल रहा है। शिक्षा विभाग की ओर से एक माह पहले टी.जी.टी आर्ट के शिक्षक को नागजुब्बड़ स्कूल के लिए भेजा गया था, लेकिन उक्त शिक्षक ने अभी तक स्कूल की शक्ल तक नहीं देखी है। उक्त शिक्षक का स्कूल में ज्वाइन करने का लेटर भी पहुंच गया, मगर शिक्षक कहा है इसके अभी तक किसी को कोई पता नहीं। 

शिक्षक के आने की खबर सुनते ही अभिभावकों व बच्चों में खुशी की लहर दौड़ी थी, लेकिन एक माह बीत गया है पर टी.जी.टी आर्ट के शिक्षक ने स्कूल में अपनी ज्वाइनिंग नहीं दी। इसके अलावा पी.जी.टी के एक शिक्षक की भी नागजुब्बड स्कूल में तैनाती हुई है। परंतु यह शिक्षक भी अभी तक स्कूल नहीं पहुंचा है। ऐसे में बच्चों को भविष्य अधर में लटकता नजर आ रहा है। उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग अचार संहिता हटने के बाद भी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल नागजुब्बड़ में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं कर पाया है। विभाग ने नागजुब्बड नागजुब्बड़ स्कूल की एस.एम.सी को आश्वस्त किया था कि जब तक अचार संहिता है तब तक नजदीकी स्कूल से शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी। 

इसके बाद स्थाई तौर पर स्कूल में शिक्षक मुहैया करवाए जाएंगे, लेकिन स्कूल में खाली पड़े आठ पदों पर अब तक दो शिक्षकों को ही भेजा गया है। इसमें टी.जी.टी आर्टस और पी.जी.टी अंग्रेजी के शिक्षक ने ज्वाइन किया है। वहीं अभी भी स्कूल में पी.जी.टी इतिहास, टी.जी.टी. विज्ञान, टी.जी.टी गणित, कला अध्यापक के पद रिक्त पड़े हैं। जिला शिमला के कंदुरू पंचायत उप प्रधान व नागजुब्बड़ स्कूल के एस.एम.सी. अध्यक्ष नरेश ठाकुर का कहना है कि कई बार ज्ञापन सौंपने के बाद और आश्वासन मिलने के बाद भी स्कूल में पूरी तरह शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हो पाई है। एस.एम.सी अध्यक्ष ने कहा कि पहले भी इस रवैये के चलते ग्रामीणों और छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू की थी, लेकिन आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल समाप्त कर दी गई थी। 

उन्होने कहा कि विभाग क्योंकि अब भी नागजुब्बड़ स्कूल में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं कर पाया है, ऐसे में जल्द ही फिर से भूख हड़ताल शुरू की जाएगी। बता दें कि जिला शिमला के कंदरू पंचायत के साथ लगती तीन पंचायतो के एकमात्र स्कूल नागजुब्बड़ में वर्ष 2012 से डी.एम., मार्च 2017 से टी.जी.टी सांईस, जनवरी 2019 से पी.जी.टी इतिहास और मार्च 2019 से टी.जी.टी गणित के पद रिक्त है। कमी के कारण कई छात्र स्कूल छोड़ कर अन्य स्कूल में प्रवेश लेने को मजबूर है। नागजुब्बड़ स्कूल में हाल ही में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। इसके बाद भी यदि शिक्षक ज्वाइनिंग नहीं करते है तो इनकी जगह दूसरे शिक्षकों को भेजा जाएगा।
 

Ekta