सुंदरनगर से टीचर यूनियन ने उठाई मांग, जानिए क्या कहा(Video)

Sunday, Jan 12, 2020 - 02:39 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी) : हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ मंडी की बैठक राज्य प्रधान नरेश महाजन की अध्यक्षता में सुंदरनगर में आयोजित की गई। इसमें सभी खंडों के खंड प्रधान, खंड महासचिव, खंड वित्त सचिव व खंडो की कार्यकारिणी से कुल 40 अध्यापकों ने भाग लिया। इस बैठक में मुख्य मुद्दा जिला मंडी हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ की कार्यकारिणी का विस्तार करना था। जिसके तहत जिला कार्यकारिणी का विस्तार किया गया। जिसमें मुख्य सलाहकार की कमान नानक चंद जी प्रवक्ता वाणिज्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कागल खंड बल को सौंपी गई। मुख्य संरक्षक काका सत्य प्रकाश शर्मा प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छमिया को सौंपी गई और यह भी निर्णय लिया गया कि बहुत ही जल्द पूरी कार्यकारिणी की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। जिसमें सभी खंडों को नेतृत्व दिया जाएगा। इस अवसर पर खंड प्रधान सभी ने एकमत से जो मांगे रखी। इस बैठक में यह मांग रखी गई कि पीटीए से कॉन्ट्रैक्ट पर आए हुए अध्यापकों को 3% वार्षिक वेतन वृद्धि प्रदान की जाए व इन अध्यापकों का डीए बहाल किया जाए। वर्तमान में पीटीए से अनुबंध पर आए अध्यापकों को जिनका 3 वर्ष का सेवाकाल पूरा हो गया उन्हें नियमित किया जाए।

बैठक में यह भी मांग रखी गई कि अभी 30 दिसंबर 2019 को निदेशक के पत्र के माध्यम से कुछ अध्यापक साथियों की वार्षिक वेतन वृद्धि की रोक लगा दी गई है जोकि तर्कसंगत नहीं है जिसके तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मलोह में कार्यरत अंग्रेजी की प्रवक्ता सरिता वैद्य की वार्षिक वेतन वृद्धि रोकना और बहुत से प्रवक्ताओं की वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने जिनका संदेश दूरभाष के माध्यम से आया। उन सबके लिए बैठक में यह निर्णय लिया गया कि विभाग आपने आदेश तुरंत प्रभाव से वापिस लें अन्यथा संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा। क्योंकि रिजल्ट खराब आना इसके पीछे कई पहलू हो सकते हैं, सरकार उन पहलुओं की जांच करे कि क्यों रिजल्ट कम है तथा तुरंत प्रभाव से वार्षिक वेतन वृद्धि प्रदान की जाए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जो 26 अप्रैल 2010 के बाद पदोन्नत हुए पीजीटी है उन्हें भी पहले की तरह प्रवक्ता बनाया जाएं और फिर मुख्य अध्यापक भी बनाया जाए और विकल्प की शर्त को खत्म किया जाए। बैठक में निर्णय लिया गया कि विभाग द्वारा जारी 4 9 14 के तहत मिलने वाली ए सी पी में 7 7 14 व 9 9 14 कीअधिसूचना को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए।

पदोन्नति पर लगाया गया 2 साल का प्रोबेशन पीरियड तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए। बैठक में एक मांग रखी गई कि आज के परिवेश में कोई भी अध्यापक 20 साल की नियमित सेवा के बाद पदोन्नत नहीं हो पाता है। इसलिए किसी भी पद पर कार्यरत कोई भी अध्यापक जिसका भी नियमित सेवा काल 20 वर्ष हो जाए को दो विशेष वेतन वृद्धियां प्रदान की जाए। विज्ञान अध्यापकों को वर्तमान में मिलने वाला प्रायोगिक भत्ता 150 से बढ़ाकर 1000 किया जाए। संघ मांग करता है कि अध्यापकों से लिए जा रहे किसी भी प्रकार का गेर शैक्षणिक कार्य तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए और अध्यापकों से केवल और केवल शैक्षिक कार्य ही करवाएं तथा मिड टर्म ट्रांसफर बिल्कुल बंद कर दीजिए। बैठक में एक मांग रखी गई कि एसएमसी पर तैनात अध्यापकों की सेवाएं जिनका दिसंबर में कार्यकाल पूरा हो गया है उनका एग्रीमेंट जल्द प्रभाव से जारी किया जाए ताकि फरवरी में ही पाठशाला खुलने पर उनकी ब्रेक इन सर्विस ना आए।

विभाग इन अध्यापकों को 12 आकस्मिक अवकाश का अधिकार दे। जो कि पहले भी मुख्यमंत्री से मांग रखी थी। उसको विभाग तुरंत प्रभाव से जारी करें। क्लॉज 9 व 10 को हटाया जाए, जिसमें नियमत अध्यापक आने पर उनकी सेवाएं समाप्त न की जाए। संघ ने मांग रखी कि वोकेशनल अध्यापक को ग्रीष्मकालीन अवकाश शीतकालीन अवकाश भी दिया जाए। जो इनको देय नहीं है और सभी प्रकार के वोकेशनल अध्यापकों का वेतनमान समय पर उनके बैंक अकाउंट में डाला जाए। बैठक में जिला प्रधान अश्वनी गुलेरिया जिला महासचिव देवराज शर्मा, खंड बल्ह के प्रधान मुलख़ राज,च्चयोट्ट 1 के प्रधान धनदेव शर्मा ,धर्मपुर के प्रधान ओम प्रकाश , सईगलू के प्रधान योगेश,गोपालपुर 2 के प्रधान सुरिंदर ,सुंदर नगर 1 के प्रधान मोहिंदर शर्मा, रीवालसर के प्रधान सुरेश,करसोग के प्रधान बोध राज , सदर 1 के प्रधान प्रकाश शर्मा,नानक शर्मा,महिला विंग से निशा मिश्रा,दुर्गा देवी,योग माया,बंदना शर्मा देव सुरेश,सुरिंदर,ऋषि,हेमंत ,मनसा राम शर्मा, हेम राज शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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