टैक्सी चालकों ने SDM Manali के खिलाफ की नारेबाजी, जानिए क्या है वजह

punjabkesari.in Friday, Jun 07, 2019 - 07:56 PM (IST)

रोहतांग: रोहतांग दर्रे के दीदार के लिए जहां पर्यटकों सहित स्थानीय टैक्सी ऑप्रेटरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं शुक्रवार को रोहतांग का परमिट न मिलने के चलते टैक्सी ऑप्रेटरों ने मालरोड पर रोष प्रदर्शन भी किया। इस दौरान टैक्सी ऑप्रेटरों ने मनाली प्रशासन के खिलाफ  नारे लगाए, वहीं एस.डी.एम. मनाली के खिलाफ जमकर अपना गुबार निकाला। टैक्सी ऑप्रेटर लाहौल के लिए परमिट न मिलने के चलते कुछ दिनों से प्रशासन की कार्यप्रणाली से नाराज चल रहे थे। शुक्रवार को भी कुछ टैक्सी ऑप्रेटर जब लाहौल के लिए परमिट लेने के लिए एस.डी.एम. कार्यालय पहुंचे तो उन्हें वहां पर लाहौल के किसी होटल की बुकिंग स्लिप दिखाने के लिए कहा गया, ऐसे में टैक्सी ऑप्रेटर भड़क गए और उन्होंने कार्यालय के बाहर एस.डी.एम. मनाली व प्रशासन के खिलाफ  नारेबाजी करनी शुरू कर दी।

क्या कहते हैं टैक्सी ऑप्रेटर

टैक्सी ऑप्रेटरों का कहना है कि प्रशासन द्वारा लाहौल-स्पीति के होटलों की बुकिंग स्लिप मांगना गलत है। उनका कहना है कि अगर सैलानी एक दिन में लाहौल जाकर रात को वापस मनाली आना चाहते हैं तो वह होटल की बुकिंग स्लिप कैसे ले सकते हैं। उनका कहना है कि सैलानियों की अपनी मर्जी है कि वे लाहौल के उदयपुर सहित अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन कर रात को वापस मनाली आएं या लाहौल में रहें। इसके लिए उन पर प्रशासन दवाब नहीं बना सकता लेकिन प्रशासन होटल की बुकिंग न होने का हवाला देकर उन्हें लाहौल जाने के लिए परमिट नहीं दे रहा है जोकि सरासर गलत है।

परमिट न मिले तो ठप्प हो जाएगा टैक्सी कारोबार

टैक्सी ऑप्रेटरों का कहना है कि जून माह तक ही पर्यटक मनाली का रुख करते हैं। अगर सैलानियों को रोहतांग व लाहौल जाने के लिए परमिट उपलब्ध नहीं करवाए गए तो मनाली का टैक्सी कारोबार भी ठप्प हो जाएगा, जिससे हजारों टैक्सी ऑप्रेटर बेरोजगार हो जाएंगे। बहरहाल, शुक्रवार को मनाली में जहां एस.डी.एम. के खिलाफ  टैक्सी चालकों ने मोर्चा खोल डाला, वहीं रोहतांग दर्रे के दीदार के लिए सैलानियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मालरोड पर गरजे टैक्सी चालकों के समर्थन में स्थानीय लोगों ने भी अपनी आवाज बुलंद की और प्रशासन से व्यवस्था को सरल करने की बात कही। उधर एस.डी.एम. मनाली अश्विनी कुमार का कहना है कि नियमों के तहत ही रोहतांग व लाहौल के परमिट जारी किए जा रहे हैं।

अभी तक नहीं चल पाई इलैक्ट्रिक बसें

इस बार समर सीजन में रोहतांग के लिए मनाली से इलैक्ट्रिक बस सेवा शुरू नहीं हो पाई है। जबकि एन.जी.टी. के आदेशों पर ही प्रदेश सरकार ने रोहतांग के लिए सबसे पहले 25 इलैक्ट्रिक बसें खरीदी थीं। इसके बावजूद इस बार रोहतांग खुलने के बाद भी एच.आर.टी.सी. ने दर्रे के लिए इलैक्ट्रिक बसों को दौड़ाना शुरू नहीं किया है, ऐसे में जहां सैलानियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं रोहतांग परमिट के नाम पर भी जमकर कालाबाजारी की जा रही है।


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Vijay

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