चौकीमन्यार की 80 वर्षीय वृद्धा की दास्तां : न पानी के लिए नल और न रहने के लिए पक्का घर

punjabkesari.in Sunday, Jun 06, 2021 - 11:30 PM (IST)

जोल (नरेन्द्र शर्मा): जब बारिश होती है तो मंदिर के प्रांगण में रातें गुजरती हैं। न जाने कब छत गिर जाए। एक छोटा सा कच्चा घर, न जीवन का सहारा न किसी प्रकार की कोई उम्मीद। एक समय खाना बनाना और 3 समय उसे खाना। यही जीवन है 80 वर्षीय वृद्धा रामप्यारी का। पहले कुटलैहड़ क्षेत्र तो अब चिंतपूर्णी विस क्षेत्र के तहत चौकीमन्यार की यह वृद्धा 60 वर्षों से एकांकी जीवन जी रही है। करीब 60 वर्ष पहले पति की मौत हो गई थी और उसके बाद इसका जीवन मानों अंधेरे में तबदील हो गया। हर कोई गांव में इस वृद्धा को बुआ कहकर पुकारता है।  

3 गऊओं का पालन-पोषण भी कर रही वृद्धा

हालत देखिए किस कदर गांव स्तर पर बनीं पंचायतें ऐसे लोगों को क्या सहारा दे रही हैं। टॉयलेट है लेकिन इस वृद्धा के नसीब में पानी का नल नहीं है। हैंडपंप से इस वृद्धा को पानी भरकर लाना पड़ता है। खुद ही नहीं बल्कि 3 गऊओं का पालन-पोषण यह वृद्धा कर रही है और उन्हें भी हैंडपंप से भरकर पानी पिलाती हैं। अब तक न तो इस वृद्धा को पक्का घर नसीब हुआ और न ही ग्राम पंचायतों ने समझा कि प्राथमिकता के आधार पर इस असहाय को सुविधा प्रदान की जाए। केवल सामाजिक सुरक्षा पैंशन के सहारे जीवन यापन कर रही है। इसके अतिरिक्त आय का कोई साधन नहीं है।

किसी के सहारे जीवन को नहीं बढ़ाना चाहती आगे

खुद्दार इतनी कि न तो कभी किसी से कुछ मांगती है और न ही किसी के सहारे यह जीवन आगे बढ़ाना चाहती है। यदि गाय दूध न दे तो काली चाय मंजूर लेकिन कभी मांगकर दूध नहीं लाती है। यदि गाय दूध दे तो उसे बेचती नहीं। नि:शुल्क बांटना पसंद करती है। इस आयु में भी खुद घास काटकर लाती है और अपनी गऊओं का पालन-पोषण कर रही है।

कभी भी ढह सकता है मकान

वृद्धा का कच्चा घर कभी भी बरसात के आगे हार मान सकता है। बदतर हालत में यह एक छोटे से कमरे में रह रही है। उसी में बिस्तर और वहीं रसोई चलती है। उसे किसी से कोई गिला नहीं है। किसी ने सहारा दिया या न दिया, इसका वह कोई शिकवा नहीं करती है।

घर निर्माण के लिए स्वीकृत नहीं हुई राशि

ग्राम पंचायत चौकीमन्यार की पूर्व प्रधान दर्शना देवी मानती हैं कि यह महिला काफी खुद्दार है। एक कच्चे कमरे में जीवन यापन कर रही है। पंचायत ने उन्हें टॉयलेट के लिए 12,000 रुपए की राशि तो मुहैया करवाई थी लेकिन उसमें नल न होने की वजह से दिक्कत है। बीपीएल में नाम डाला गया है लेकिन घर निर्माण के लिए अभी राशि स्वीकृत नहीं हुई है।

क्या सुविधाएं दे सकती है पंचायत, किया जाएगा विचार

पंचायत के उपप्रधान जीवन कुमार तथा वार्ड नंबर-3 की सदस्य नीरज कुमारी मानती हैं कि महिला की स्थिति निश्चित रूप से काफी दयनीय है। उनका कहना है कि अभी पंचायत का गठन हुआ है। पंचायत क्या सुविधाएं दे सकती है, इस बारे विचार किया जाएगा। 


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Content Writer

Vijay

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