कृषि मंत्री का औचक निरीक्षण, दिल्ली से लौटते वक्त बिना दस्तावेजों के पकड़े सेब से लदे 5 ट्रक

Tuesday, Oct 01, 2019 - 11:20 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): सूबे के कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मार्कण्डेय ने 2 रोज पहले दिल्ली से शिमला लौटते वक्त हरियाणा में हिमाचल का सेब ले जाते हुए 5 ट्रक पकड़े। रास्ते में चायपान के लिए रुके कृषि मंत्री ने गाड़ियों से क्यू फार्म सहित बिल बिल्टी मांगी लेकिन 5 ट्रक चालक कोई भी कागज नहीं दिखा पाए। इसके बाद कृषि मंत्री डा. राम लाल मारकंडा ने सख्ती से जब चालकों से पूछा कि शोघी बैरियर पर कटी पर्चियां दिखाओ तो इन्हें भी चालक नहीं दिखा पाए। इसके बाद मंत्री ने साथ खड़ी हरियाणा पुलिस को मौके पर बुलाकर चोरी का सेब बताते हुए चालकों से पूछताछ करवाई तो चालकों ने बताया कि शोघी बैरियर पर उन्होंने कुछ पैसा देकर पर्ची लिए बगैर गाड़ी निकाली है। इसके बाद कृषि मंत्री ने शोघी पहुंचकर बैरियरकर्मियों से पूछताछ की तो कर्मचारी इसका सही जवाब नहीं दे पाए। डा. मारकंडा ने बताया कि बैरियर कर्मचारियों ने तर्क दिया कि कई बार वी.वी.आई.पी. मूवमैंट के कारण जब ट्रैफिक जाम लगता है तो कुछ गाड़ियां भीड़ का फायदा उठाते हुए निकल जाती हैं। 

ड्यूटी रोटेशन में लगाने के दिए निर्देश 

दिल्ली से लौटते वक्त कृषि मंत्री ने ए.पी.एम.सी. के शोघी में चल रहे बैरियर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बैरियर पर बागवानों से मार्कीट फीस ले रहे कर्मचारियों को फटकार लगाई और बागवानों से मार्कीट शुल्क न लेने के निर्देश दिए। उन्होंने बागवानों से आग्रह किया है कि 5 तरह के दस्तावेज दिखाकर मार्कीट शुल्क देने से बचा जा सकता है। यह मार्कीट फीस केवल आढ़तियों, लदानियों और फॉरवर्डिंग एजैंटों से ली जा सकती है। कृषि मंत्री ने ए.पी.एम.सी. के बैरियर पर कर्मचारियों की ड्यूटी रोटेशन में लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने साल 2017 में परवाणु बैरियर पर ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों को शोघी में तैनात करने पर नाराजगी जाहिर की और मार्कीटिंग बोर्ड के एम.डी. को ऐसे कर्मचारियों को बैरियर से हटाने के निर्देश दिए।

Ekta