CM के गृहजिला में ऐसे होती है लाइब्रेरी में पढ़ाई, सड़कों पर उतरे सैकड़ों गुस्साए स्टूडैंट्स

punjabkesari.in Thursday, Mar 29, 2018 - 05:48 PM (IST)

मंडी (नीरज): मंडी जिला मुख्यालय में लाइब्रेरी तो है लेकिन इस लाइब्रेरी पर दिनोंदिन स्टूडैंट्स का दबाव इतना बढ़ता जा रहा है कि लाइब्रेरी सिकुड़ती जा रही है। आलम यह हो गया है कि यहां आने वाले स्टूडैंट्स को जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है। लाइब्रेरी में 120 लोगों के बैठने की क्षमता है जबकि यहां पंजीकरण 2500 ने करवा रखा है। रोजाना 500 के करीब स्टूडैंट्स लाइब्रेरी आकर पढ़ाई करते हैं। सुबह 9 बजे लाइब्रेरी खुलती है तो स्टूडैंट्स कुर्सी-टेबल हासिल करने के लिए पहले ही लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं। इसके बाद आने वालों को जहां जगह मिलती है वहीं पर आसन लगाकर पढ़ाई करनी पड़ती है।
PunjabKesari

शोर-शराबे में पढ़ाई करना होता है मुश्किल
इसके साथ ही लाइब्रेरी ऐसे स्थान पर है जहां शोर-शराबा भी बहुत ज्यादा है, जिस कारण पढ़ाई करने में भी डिस्टर्बैंस होती है। लाइब्रेरी में पढ़ाई करने के लिए आने वाले स्टूडैंट्स इन समस्याओं से निजात दिलाने की गुहार लगा रहे हैं, साथ ही लाइब्रेरी को 24 घंटे खुली रखने की भी मांग उठाई जा रही है ताकि जिसे जब पढऩा हो वह अपनी सुविधानुसार यहां आ सके।
PunjabKesari

सांसद राम स्वरूप शर्मा से मिले छात्र 
वीरवार को लाइब्रेरी के सैंकड़ों स्टूडैंट्स एक जलूस के रूप में सड़कों पर उतरे और सर्किट हाऊस जाकर सांसद राम स्वरूप शर्मा से मुलाकात करके अपनी समस्या बताई। सांसद राम स्वरूप शर्मा ने बताया कि यह समस्या पहली बार उनके ध्यान में आई है और इसके समाधान के लिए वह जिला प्रशासन से बात करेंगे।
PunjabKesari

लाइब्रेरी के चयन का कार्य अभी तक लंबित
बता दें कि मंडी जिला में लाइब्रेरी के लिए उचित स्थान का चयन किया जाना है लेकिन अभी तक यह कार्य लंबित पड़ा हुआ है। विजय स्कूल के पुराने भवन को भी लाइब्रेरी में तबदील करने की योजना थी लेकिन अभी तक कोई भी योजना सिरे नहीं चढ़ सकी है जिस कारण मौजूदा लाइब्रेरी पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News