छात्र विज्ञान सहित पढ़ सकेंगे कई महत्वपूर्ण विषय, अगले शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में होगी ICT लैब

Monday, Dec 09, 2019 - 11:29 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो) : प्रदेश सरकार हाई व सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में आई.सी.टी. लैब की संख्या बढ़ाने जा रही है। इसी कड़ी में इस बार 800 नए स्कूलों में ये लैब स्थापित की जा रही हैं। ऐसे में अगले शैक्षणिक सत्र से प्रदेश के 3000 स्कूलों में आई.सी.टी. लैब होगी। छात्र इन लैब में विज्ञान सहित कई महत्वपूर्ण विषय पढ़ सकें। हालांकि अभी प्रदेश के 2137 स्कूलों में आई.सी.टी. लैब है। सरकार ने शिक्षा विभाग को 800 स्कूलों में आई.सी.टी. लैब बनाने के निर्देश दिए हैं। 200 स्कूलों में सम्रग शिक्षा और 600 स्कूलों में उच्च शिक्षा विभाग यह लैब बनाएगा। 

 प्रदेश के अधिकतर वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में आई.सी.टी. लैब में छात्र कम्प्यूटर साइंस विषय की पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षकों की मानें तो यह लैब हाई टैक है। इनमें इंटरनैट कनैक्शन हैं। ऐसे में इन लैबों में छात्रों को इंटरनैट एडवांस कोर्स करवाए जा रहे हैं। इसी तरह यदि सरकार हाई स्कूलों में भी उक्त विषय शुरू करती है तो छात्र इन लैबों में पढ़ाई कर सकेंगे।

आई.सी.टी. लैब में 9 कम्प्यूटर, प्रोजैक्टर और एल.सी.डी. अनिवार्य

आई.सी.टी. लैब में 9 कम्प्यूटर, प्रोजैक्टर और एल.सी.डी. होना अनिवार्य है। सी.डी. में शिक्षकों को सिलैबस के कंटेट दिए जाते हैं। शिक्षक  इस सी.डी. के माध्यम से छात्रों को पढ़ाते हैंं। दसवीं तक इन लैबों में साइंस, गणित, अंग्रेजी, कम्प्यूटर विषय, एस.एस.टी. आदि विषय पढ़ाए जाते हैं जबकि 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को इन लैबों में बॉयोलोजी, गणित, कै मिस्ट्री व फिजिक्स आदि विषय पढ़ाए जाते हैं। जिन स्कूलों में आई.सी.टी. लैब है, वहां शिक्षकों को इन लैबों का प्रयोग करने को कहा गया है।

Edited By

Simpy Khanna