कड़ी सुरक्षा के बीच छात्रों ने दी NEET की परीक्षा

Monday, May 06, 2019 - 11:00 AM (IST)

शिमला (जस्टा): हिमाचल में मैडीकल व डैंटल कॉलेजों में एम.बी.बी.एस. व बी.डी.एस. कोर्स में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (नीट) रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुई। परीक्षा 2 बजे शुरू हुई और 5 बजे सभी छात्रों से उत्तर पुस्तिका वापस ले ली गई। परीक्षा हिमाचल में 2 जिलों हमीरपुर और शिमला में हुई। हमीरपुर में 9 और शिमला में 12 केंद्र स्थापित किए गए थे। शिमला की अगर बात की जाए तो यहां पर 4,000 से अधिक छात्रों ने परीक्षा दी। छात्र डेढ़ घंटा पहले ही परीक्षा केंद्रों के बाहर पहुंच गए थे। ऐसे में छात्रों को आधा घंटा पहले ही परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी गई थी और जैसे ही छात्रों को अंदर बिठा दिया गया तो उसके बाद एकदम से गेट बंद हो गया। हालांकि जब परीक्षा शुरू हो गई तो उसके बाद देरी से पहुंचे किसी भी छात्र को परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी गई।  

छात्रों को परीक्षा केंद्र के अंदर चैक करके ही भेजा गया। छात्रों को किसी भी प्रकार की सामग्री को लेकर परीक्षा केंद्र में नहीं जाने दिया। विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश पत्र एवं उस पर चिपकाई गई पासपोर्ट साइज की फोटो व प्रवेश पत्र के साथ उपलब्ध करवाए गए प्रपत्र पर फोटो के अलावा साथ में कुछ भी नहीं लेने दिया गया। नैशनल टैस्टिंग एजैंसी के सख्त आदेशों के चलते कई छात्र नीट की परीक्षा देने से वंचित रह गए हैं। देरी से पहुंचे छात्रों को बिल्कुल भी केंद्रों में एंटर नहीं होने दिया गया। बताया जा रहा है कि कई जगह छात्रों ने आयोजनकर्ताओं से सिफारिश भी की लेकिन फिर भी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिली। 

परीक्षार्थिर्यों को परीक्षा केंद्र में ही मिला पैन 

नैशनल टैस्टिंग एजैंसी ने इतनी सतर्कता बरती थी कि परीक्षा केंद्र में कोई भी छात्र अपना पैन लेकर नहीं गया था। ऐसे में परीक्षा हाल में नैशनल टैस्टिंग एजैंसी द्वारा ही पैन दिया गया। इस संबंध में पहले ही नैशनल टैस्टिंग एजैंसी ने निर्देश दे दिए थे। नैशनल टैस्टिंग एजैंसी ने एक खास तरह का पैन तैयार करवाया था जो बाजार में उपलब्ध नहीं था। अभ्यर्थी जैसे ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश हुए उसके बाद ही यह पैन उन्हें दिया गया। 

परीक्षा केंद्रों में नहीं ले जाने दीं ये चीजें 

नैशनल टैस्टिंग एजैंसी द्वारा पहले ही गाइडलाइन जारी की गई थी कि ड्रैस कोड को लागू किया गया है, जिसमें कहा गया था कि उम्मीदवार हल्के कलर की हाफ  बाजू की कमीज पहनकर परीक्षा केंद्र में आए। उसमें किसी तरह के बड़े बटन, बैज या कोई फूल न लगे हों। उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में जाने से पहले जूते बाहर ही उतारने पड़े बल्कि जूते की जगह स्लीपर पहनकर प्रवेश होने दिया। लड़कियों को कंगन, अंगूठी, झुमका, कान में पहनने की चीजें, पिन, चेन, हार व बैज को भी बाहर ही उतारना पड़ा। नैशनल टैस्टिंगएजैंसी ने यह भी तय किया था कि किसी भी तरह का खाना और पानी की बोतल भी परीक्षा केंद्र में ले जाना मना है और किसी भी तरह के कम्यूनिकेशन डिवाइस फोन, ब्लूटूथ व ईयरफोन पर भी रोक लगा दी गई थी। इसके अलावा लड़कियों को ऊंची एड़ी यानी हाई हील्स की सैंडल और जूते पहनकर परीक्षा केंद्र में नहीं जाने दिया। परीक्षा केंद्र में किसी भी तरह का स्टेशनरी आइटम पेपर, पैंसिल बॉक्स, कैलकुलेटर, पैन व स्केल आदि को भी ले जाने से मना किया गया। 

Ekta