Clean India Green India विषय पर नन्हे वैज्ञानिकों ने तैयार किए मॉडल (Video)
Wednesday, Oct 16, 2019 - 02:54 PM (IST)
शिमला (तिलक राज): क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया के विषय को लेकर स्कूली बच्चों ने अपने मॉडल के माध्यम से शहर और गांवों को किस तरह से स्मार्ट बनाया जा सकता है, यह अपने मॉडल के माध्यम से दर्शाया है। शिमला जिला की 27वीं नैशनल साइंस कांग्रेस का आयोजन छोटा शिमला स्कूल में किया गया, जिसका सोमवार को एसडीएम नीरज चंदला ने शुभारम्भ किया। इसमें शिमला जिला के सरकारीऔर कन्वर्ट स्कूलों के 400 बच्चे भाग ले रहे हैं। स्कूली बच्चों ने स्मार्ट सिटी और स्मार्ट विलेज का मॉडल प्रदर्शित किया तो वहीं बढ़ते सड़क हादसों पर किस तरह से रोक लगाई जा सकती है तथा किस तरह से टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल सड़क हादसों को रोकने के लिए किया जा सकता है, इसके बारे में मॉडल छात्रों ने तैयार किए हैं।
रजत परमार ने बिजली की कम खपत बारे तैयार किया मॉडल
कसुम्पटी स्कूल में आयोजित नैशनल साइंस कांग्रेस में भाग ले रहे रजत परमार ने बिजली की बचत को लेकर मॉडल तैयार किया है। स्मार्ट सिटी में किस तरह से पार्क में टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बच्चों की एनर्जी का इस्तेमाल पौधों की सिंचाई और बिजली उत्पादन करने के लिए किया जा सकता है वह दर्शाया गया है। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी में बिजली को बचाने के लिए सड़कों पर जलने वाली स्ट्रीट लाइट्स का ऑटोमेशन किया है। इसमें सड़क पर जहां से वाहन गुजर रहा है वहीं लाइट जलेगी और लगातार स्ट्रीट लाइट्स नहीं जलाई जाएंगी, जिससे बिजली की बचत होगी । स्कूली बच्चों ने जो मॉडल तैयार किए हैं वे चाहते है कि इस टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर भारत को भी समृद्ध और क्लीन एंड ग्रीन बनाया जाए। नैशनल साइंस कांग्रेस में छात्रों ने क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया पर ही अपने मॉडल तैयार कर शामिल किए हैं। इनमें से बेहतर मॉडल का चयन राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए किया जाएगा।
राहुल ने स्मार्ट विलेज में प्राकृतिक खेती पर बनाया मॉडल
वहीं राहुल ने स्मार्ट विलेज में प्राकृतिक खेती पर अपना मॉडल तैयार किया है। स्मार्ट विलेज में किसान की फसल, बीज और कपड़ों को बारिश में भीगने से बचाने के लिए रेन सैंसर सिस्टम बनाया गया है। इसके साथ ही जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए सोलर फैंसिंग, सीड प्लांटर भी बनाया है, जिसमें बताया गया है कि किस तरह से प्राकृतिक खेती की जाती है और इसके क्या फायदे हो सकते हैं।
क्या बोलीं स्कूल की प्रधानाचार्य
छोटा शिमला स्कूल की प्रधानाचार्य मीरा शर्मा का कहना है कि 27वां नैशनल साइंस कांग्रेस जिला शिमला का आयोजन किया है, जिसमें 400 बच्चे भाग ले रहे हैं जोकि तीन दिन की प्रतियोगिता के बाद प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में चयन होगा। चयन के लिए कमेटी बनाई गई है और 6 तरह की प्रतियोगिताएं करवाई जा रही हैं, जिनमें सरकारी स्कूलो के साथ कन्वर्ट स्कूलों के बच्चे भी भाग ले रहे हैं।